श्रद्धांजलि सभा : पीएम मोदी ने की सुषमा स्वराज की तारीफ, कहा-सार्वजनिक जीवन में उन्होंने कई मिसाल पेश की

Aug 13 2019

श्रद्धांजलि सभा : पीएम मोदी ने की सुषमा स्वराज की तारीफ, कहा-सार्वजनिक जीवन में उन्होंने कई मिसाल पेश की

इंडिया इमोशंस न्यूज नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नेता सुषमा स्वराज को दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में श्रद्धांजलि का आयोजन किया गया। सुषमा स्वराज की श्रद्धांजलि सभा में बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सुषमा जी ने विदेश मंत्रालय को लोगों का मंत्रालय बनाया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, सार्वजनिक जीवन में उन्होंने कई मिसाल पेश की। उनका भाषण प्रभावी होता था, केवल इतना ही नहीं है। उनका भाषण प्रेरक भी होता था। उनके व्यक्तित्व में विचारों की गहराई का अनुभव हो कोई करता था। अभिव्यक्ति की ऊंचाई हर पल नए मानक पार करती थी। दोनों में से एक होना तो स्वाभाविक है, लेकिन दोनों होना बहुत बड़ी साधना के बाद होता है।

श्रद्धांजलि सभा में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बहुत सारे लोग सुषमा स्वराज की विशेषता पर बात करते हैं। वह विन्रम हैं, बेबाक है। लेकिन उनकी एक विशेषता पर कोई बात नहीं करता। पीएम मोदी ने सुषमा स्वराज की प्रमुख विशेषता पर बात करते हुए कहा कि, वह अपनी बात बहुत साफगोई से कहती थी। लेकिन कभी-कभी उनकी बातों में हरियाणवी भाषा का भी प्रयोग होता था। वह जो बात कहती थी उस पर वह टस से मस नहीं होती थी। वह बात की बहुत पक्की थी।

पीएम मोदी ने बताया कि सुषमा स्वराज को अनुच्छेद 370 के मुद्दे से बहुत जुड़ाव था। उन्होंने सैकड़ों घंटों तक अलग-अलग फोरम में अनुच्छेद 370 और कश्मीर पर बोला होगा। जब सरकार ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाया तो सुषमा जी के खुशी का ठिकाना नहीं था।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, आमतौर पर विदेश मंत्रालय का मतलब कोट-पेंट-टाई इसी के आस का प्रोटोकॉल होता है। लेकिन सुषमा जी ने इस प्रोटोकॉल की परिभाषा को पीपुल्स कॉल में परिवर्तित कर दिया। वसुधैव कुटुंबकम को विदेश मंत्रालय कैसे सिद्ध कर सकता है, उन्होंने विश्व भर में फैले भारतीय समुदाय के लोगों के माध्यम से ये करके दिखाया।'

मोदी ने कहा, 'वह अपनी राय में बहुत मजबूत थी और उन्होंने उनके प्रति प्रतिबद्ध रहने की कोशिश भी की। उनके भाषण न केवल प्रभावी थे, बल्कि बहुत प्रेरणादायक भी थे। सुषमा जी के व्यक्तित्व के अनेक पहलू थे, जीवन के अनेक पड़ाव थे और भाजपा के कार्यकर्ता के रूप में एक अनन्य निकट साथी के रूप में काम करते हुए, असंख्य घटनाओं के हम जीवंत साक्षी रहे हैं।'

उन्होंने कहा, 'एक व्यवस्था के अंतर्गत जो भी काम मिले, उसे जी जान से करना और व्यक्तिगत जीवन में बड़ी ऊंचाई मिलने के बाद भी करना, ये कार्यकर्ताओं के लिए सुषमा जी की बहुत बड़ी प्रेरणा है। सुषमा जी का भाषण प्रभावी होने के साथ-साथ प्रेरक भी होता था। सुषमा जी के वक्तव्य में विचारों की गहराई हर कोई अनुभव करता था, तो अनुभव की ऊंचाई भी हर पल नए मानक पार करती थी। ये दोनों होना एक साधना के बाद ही हो सकता है।'

पीएम ने कहा, 'सुषमा जी के कार्यकाल में पासपोर्ट कार्यालयों की संख्या में काफी वृद्धि हुई। इससे पता चलता है कि उसे लोगों की कितनी परवाह थी।'

इस श्रद्धांजलि सभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी और अन्य नेता मौजूद हैं। इसके साथ ही केंद्रीय कैबिनेट ने मंगलवार को एक प्रस्ताव पारित कर सुषमा स्वराज के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है।

सुषमा स्वराज के पति स्वराज कौशल और उनकी बेटी बांसुरी भी कार्यक्रम में मौजूद हैं। इस मौके पर प्रार्थना सभा आयोजित की गई है। बता दें कि मंगलवार 6 अगस्त 2019 को देश की पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज (67) का दिल का दौरा पडऩे के बाद दिल्ली के एम्स में निधन हो गया था। इससे पहले पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ बुधवार को लोधी रोड के दयानंद शवदाह गृह में किया गया। उनके पार्थिव शरीर को बीजेपी मुख्यालय में रखा गया, जहां लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।