इन 8 राज्यों में एक लाख से अधिक एक्टिव केस, पॉजिटिविटी रेट 13% : स्वास्थ्य मंत्रालय

May 20 2021

इन 8 राज्यों में एक लाख से अधिक एक्टिव केस, पॉजिटिविटी रेट 13% : स्वास्थ्य मंत्रालय

दिल्ली : देश में कोरोना का कहर लगातार जारी है. वैसे कुछ राज्यों में कोरोना मामलों में कमी भी देखी जा रही है. कोरोना के हालातों पर स्वास्थ्य मंत्रालय ने आज प्रेस कांफ्रेंस कर विस्तृत जानकारी दी. स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता लव अग्रवाल ने बताया कि बीते 24 घंटे में देश भर में कोरोना के 276110 नए मामले आये हैं. उन्होंने आगे कहा कि देश के विभिन्न 21 राज्यों में नए मामलों की तुलना में रिकवरी दर ज्यादा है. देश के 7 अलग-अलग राज्यों में 10,000 से ज्यादा केस हैं, वहीं 8 राज्यों में 1 से 5000 केस है.

स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता लव अग्रवाल ने बताया कि अभी तक देश में 32 करोड़ से ज्यादा टेस्ट हो चुके हैं. 20 लाख से ज्यादा टेस्ट बीते 24 घंटे में हो चुके हैं. देश में अब 13% के करीब पॉजिटिविटी रेट है. 8 राज्यों में अभी भी एक लाख से अधिक एक्टिव केस हैं ,पहले 11 राज्य हुआ करते थे. महाराष्ट्र, कर्नाटक ,तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश और दिल्ली से अधिकांश मृत्यु रिकॉर्ड की जा रही है. बीते 12 सप्ताह में सवा 2 गुना से ज्यादा टेस्टिंग रेट बढ़ चुका है. 9 राज्यों में 50000 से 100000 के बीच कोरोना के केस है और 19 राज्यों में 50000 से भी कम एक्टिव मामले हैं.

केरल, महाराष्ट्र, गुजरात और कर्नाटक के साथ उत्तर प्रदेश में कोरोना के नए मामलों में कमी आ रही है. तमिलनाडु में अभी भी नए मामलों में वृद्धि दिख रही है. इसके अलावे मेघालय, त्रिपुरा, मणिपुर, नागालैंड, सिक्किम और मिजोरम में नए मामले और पॉजिटिविटी रेट दोनों में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. लक्ष्यदीप, गोवा, पांडिचेरी, पश्चिम बंगाल कर्नाटक, सिक्किम और केरल में अभी भी 25% से ज्यादा पॉजिटिविटी रेट है. अब देश में सिर्फ 430 जिले ऐसे हैं जहां पर एक दिन में सौ से ज्यादा नए मामले सामने आ रही हैं. पहले ऐसे लगभग 521 जिले थे.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2 दिन पहले 10 राज्यों और आज 11 राज्यों के मुख्यमंत्रियों और जिला अधिकारियों के साथ कोरोना पर बैठक की. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह लड़ाई 1 साल 4 महीने से चल रही है लेकिन अभी खत्म नहीं हुई है, हमें समाज और समुदाय को साथ लेकर चलना होगा. अब ग्रामीण क्षेत्र में भी नए मामले सामने आ रहे हैं, ऐसे में मेरा गांव कोरोना मुक्त अभियान चलाना होगा। टीकाकरण को भी आगे बढ़ाना होगा। कोरोना होने के 3 महीने बाद टीकाकरण किया जा सकता है, अगर किसी अन्य बीमारी से पीड़ित होने आईसीयू में इलाज करने के बाद भी आप 4 से 8 सप्ताह बाद ही वैक्सीन लें. बता दें कि अभी तक 18 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन केंद्र सरकार की तरफ से मुफ्त दी जा चुकी है.

स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि अगर करोना संक्रमित और स्वस्थ व्यक्ति मास्क नहीं पहने तो 90% कोरोना होने संभावना है, लेकिन दोनों ही मास्क पहने और 6 फीट की दूरी रखें तो लगभग चांस खत्म हो जाता है. अभी भी तकरीबन 50% लोग मास्क नहीं पहनते.