महामारी को लेकर देश-दुनिया का आत्मविश्वास बढ़ाने वाने डॉ. के के. अग्रवाल ही हार गये कोरोना से जंग

May 18 2021

महामारी को लेकर देश-दुनिया का आत्मविश्वास बढ़ाने वाने डॉ. के के. अग्रवाल ही हार गये कोरोना से जंग

इंडिया इमोशंस, नई दिल्ली। कोरोना को लेकर देश-दुनिया का आत्मविश्वास अपनी बातों, सलाहों, तकनीकी वैज्ञानिक जानकारियों से बढ़ाने वाले चर्चित ह्दयरोग विशेषज्ञ डॉ. के. के. अग्रवाल की बीती रात अस्पताल में मृत्यु हो गई। पिछले दिनों कोरोना से पीडि़त होने के बाद उन्होंने खुद ट्वीट कर इसकी जानकारी सार्वजनिक की थी। डॉ. अग्रवाल वैक्सीन की भी दोनों डोज ले चुके थे। सोशल मीडिया ही नहीं न्यूज चैनल्स के लिए भी फ्रंडली थे और अपने दिलचस्प समझाने के अंदाज के कारण लोगों में काफी लोकप्रिय भी थे।

पद्मश्री डॉ केके अग्रवाल का सोमवार रात 11.30 बजे निधन हो गया। डॉ. उनको कोरोना संक्रमण के बाद एम्स के आईसीयू में भर्ती कराया गया था। डॉ. अग्रवाल को हार्ट केयर फाउंडेशन ऑफ इंडिया के प्रेसिडेंट और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के पूर्व प्रेसिडेंट रह चुके हैं। बीते 28 अप्रैल को केके अग्रवाल ने अपने ट्विटर अकाउंट पर जानकारी दी थी कि वो कोरोना संक्रमित हो गए हैं। उन्होंने कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज ली हुई थी। हालांकि कोरोना संक्रमित होने के बावजूद वह लोगों को एजुकेट करने के काम में लगे हए थे।

साल 2010 में मेडिकल क्षेत्र में उनके योगदान के लिए भारत सरकार की तरफ से उन्हें पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। डॉ. केके अग्रवाल ने 1979 में नागपुर यूनिवर्सिटी से एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद उन्होंने इसी विश्वविद्यालय से 1983 में एमएस की डिग्री हासिल की। उन्होंने पुरातन वैदिक दवाओं और आधुनिक दवाओं के मेलजोल को लेकर कई किताबें लिखी हैं। मेडिकल के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए अग्रवाल को डॉ. बीसी रॉय पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है।

इस बारे में आधिकारिक रूप से जानकारी देते हुए कहा गया, काफी दुख के साथ सूचित किया जा रहा है कि डॉ. केके अग्रवाल का 17 मई की रात 11.30 बजे के करीब कोरोना से लंबी लड़ाई लड़ते हुए निधन हो गया। जब से वह डॉक्टर बने थे, उन्होंने अपना जीवन लोगों और स्वास्थ्य जागरूकता को लेकर समर्पित कर दिया था। केके अग्रवाल हार्ट केयर फाउंडेशन के प्रेसिडेंट थे। इससे पहले वो इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष भी रह चुके थे।