उन्नाव रेप केस : 6 दिन से वेंटिलेटर पर दुष्कर्म पीडि़ता, अब हुआ निमोनिया

Aug 03 2019

उन्नाव रेप केस : 6 दिन से वेंटिलेटर पर दुष्कर्म पीडि़ता, अब हुआ निमोनिया

इंडिया इमोशंस न्यूज लखनऊ। उत्तर प्रदेश के रायबरेली में हुए सडक़ हादसे में गंभीर रूप से घायल उन्नाव दुष्कर्म पीडि़ता की पसलियां टूटने के कारण हालत पहले से नाजुक थी ही, अब उसे निमोनिया हो गया है। केजीएमयू की ओर से यह जानकारी शनिवार को दी गई। केजीएमयू के प्रवक्ता डॉ संदीप तिवारी ने आईएएनएस को बताया कि पीडि़ता 6 दिन से वेंटिलेटर पर है, अब उसे निमोनिया हो गया है। उसकी हालत में अभी कोई विशेष सुधार नहीं है।

डॉक्टरों की टीम उसकी सेहत पर लगातार नजर रखे हुई है। डॉ. तिवारी ने कहा, कोई भी मरीज जब ज्यादा दिनों तक वेंटिलेटर पर रहता है तो उसमें निमोनिया जैसे लक्षण बनने लगते हैं। पीडि़ता को निमोनिया होने का यही कारण है। उसकी हालत पहले जैसी ही बनी हुई है। उन्होंने बताया कि पीडि़त युवती की कई हड्डियां टूटी हुई हैं।

उसके सीने में भी चोट है। उसकी हालत में मामूली सुधार हुआ है, लेकिन इसे संतोषजनक नहीं कहा जा सकता। डॉ. तिवारी ने कहा, एक्सीडेंट के दौरान पीडि़ता के शरीर से करीब डेढ़ लीटर खून निकल चुका था। उसे केजीएमयू में लाए जाने के बाद 10 यूनिट खून चढ़ाना पड़ा। डॉक्टरों के लिए अब सबसे बड़ी चुनौती पीडि़ता को वेंटिलेटर यानी लाइफ सपोर्ट सिस्टम से बाहर लाने की है। पीडि़ता के फेफड़े में जमा खून निकाल दिया गया है।

केजीएमयू के प्रवक्ता के मुताबिक, पीडि़ता के शरीर पर कई फ्रेक्चर थे। इसीलिए काफी रक्तस्राव हुआ। उसके बेहोशी में होने का कारण अधिक रक्तस्राव के अलावा सिर में छुपी हुई चोट हो सकती है। उसके इलाज में न्यूरो डिपार्टमेंट के डॉक्टर भी जुटे हुए हैं। पीडि़ता के शरीर का दाहिना हिस्सा चोटिल हुआ है। उसके सिर में चोट, जबड़े में फ्रेक्चर, पसली में फे्रक्चर व दाहिनी जांघ की हड्डी टूट गई है।

आर्थोपेडिक चिकित्सकों ने पीडि़ता के जांघ की टूटी हड्डी पर फिलहाल कच्चा प्लास्टर चढ़ा दिया है। किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) के सीएमएस डॉ.एस.एन. शंखवार ने मीडिया से बातचीत में कहा कि पीडि़ता के वकील की हालत में थोड़ा सुधार देखते हुए उन्हें वेंटीलेटर से पूरी तरह हटा लिया गया है।

उन्होंने कहा कि घायल वकील महेंद्र सिंह को गुरुवार को भी दिन में कुछ देर के लिए वेंटीलेटर से हटाकर देखा गया था। इस दौरान उनकी तबीयत स्थिर रही। इसके बाद में उन्हें फिर वेंटीलेटर पर रखा गया। डॉ.शंखवार ने बताया कि पीडि़ता और उसके वकील केजीएमयू के ट्रॉमा सेंटर में चौथी मंजिल पर स्थित न्यूरो ट्रॉमा वार्ड के आईसीयू में भर्ती हैं।