सरकार का बड़ा फैसला, अमरनाथ यात्रा रोकी, कश्मीर से सैलानियों को वापस बुलाया

Aug 02 2019

सरकार का बड़ा फैसला, अमरनाथ यात्रा रोकी, कश्मीर से सैलानियों को वापस बुलाया

इंडिया इमोशंस न्यूज नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर पुलिस (Jammu and Kashmir Police ) सीआरपीएफ (CRPF) और सेना (Army) ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एक बड़ा खुलासा किया है। इसमें उन्होंने बताया कि अमरनाथ यात्रा पर बड़े हमले की साजिश को उन्होंने नाकाम कर दिया। इसी के साथ ही केंद्र सरकार ने अमरनाथ यात्रियों और सैलानियों को कश्मीर घाटी से वापस बुला लिया है।

कश्मीर के मौजूदा हालात को देखते हुए सरकार ने यह फैसला लिया है। साथ ही घाटी में बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है। वायुसेना और सेना को भी अलर्ट पर रखा गया है। जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने कहा कि राज्य में बड़े आतंकी हमले का इनपुट है। आप लोग जल्द से जल्द अपनी यात्रा को पूरी करके लौट जाएं। इसके साथ ही अमरनाथ यात्रा को रोक दी गई है। ये यात्रा 15 अगस्त तक चलनी थी, लेकिन रोक दी गई है।

सीआरपीएफ, जम्मू-कश्मीर पुलिस और सेना ने शुक्रवार को बताया कि अमरनाथ यात्रियों पर स्नाइपर से हमले की कोशिश की गई, लेकिन सुरक्षाबलों ने इसे पूरी तरह विफल कर दिया। उन्होंने बताया कि पाकिस्तानी सेना लगातार कश्मीर में शांति भंग करने का प्रयास करती है। कई बार सर्च ऑपरेशन के दौरान बारूदी सुरंगों का भी पता चला लेकिन उनके सभी प्रयास विफल कर दिए गए। सेना के अधिकारी ने बताया कि कश्मीर में घाटी मेंं स्थिति सुधरी है और आतंकियों की संख्या में भी कमी आई है।

चिनार कॉर्प्स कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लन ने बताया कि सुरक्षा बलों ने अमरनाथ यात्रा के रूट पर आतंकियों के एक ठिकाने से सर्च ऑपरेशन के दौराप एक अमेरिकन स्नाइपर राइफल एम-24 बरामद की है।

लेफ्टिनेंट जरनल केजेएस ढिल्लन ने बताया कि मेरी सभी माताओं बहनों से गुजारिश है। ध्यान दें कि अगर आपका बच्चा 500 रुपए लेकर पत्थर फेंकता है तो वह कल का आतंकी है। पकड़े या मारे गए आतंकियों में से 83 प्रतिशत ऐसे ही पाए गए। उन्होंने कहा कि अमरनाथ के रास्ते में दूरबीन के साथ स्नाइपर राइफल भी बरामद की गई।

इसके बाद जम्मू और कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने बताया कि आतंकी जम्मू कश्मीर में घुसपैठ की कोशिश करते रहते हैं लेकिन हमारे सुरक्षाबलों ने उन्हें नाकाम कर दिया। हम चाहते हैं कि कश्मीर के युवा हमारी सहायता करें । जो लोग मिलिटेंट्स के साथ मिल गए हैं वे भी अपने परिवार के पास वापस लौट जाएं।

आईजी कश्मीर ने बताया कि आईईडी धमाकों से सावधान रहने की जरूरत है और कई पाकिस्तानी मॉड्यूल ऐसी हरकतें करते हैं। हाल ही में पुलवामा और शोपियां में 10 जगहों पर ऐसी कोशिश की गई। इस मामले में 7 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इसमें जैश के आतंकवादी भी शामिल थे। उन्होंने कहा पिछले दिनों ब्लास्ट करने वाले दो मिलिटेंट्स को गिरफ्तार किया गया।