इसरो ने चंद्रयान-2 की चौथी बार सफलतापूर्वक कक्षा बदली

Aug 02 2019

इसरो ने चंद्रयान-2 की चौथी बार सफलतापूर्वक कक्षा बदली

इंडिया इमोशंस न्यूज नई दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के वैज्ञानिक अपने दूसरे मून मिशन Chandrayaan-2 को लगातार पृथ्वी की कक्षा से आगे बढ़ा रहे हैं। इसरो ने जानकारी दी कि आज यानी 2 अगस्त को दोपहर 2 बजे से 3 बजे के बीच चंद्रयान-2 (Chandrayaan 2) की कक्षा में सफलतापूर्वक चौथी बार बदलाव किया गया।

इसरो ने बताया कि अभी 6 अगस्त तक पृथ्वी (Earth) के चारों तरफ चंद्रयान-2 के ऑर्बिट (Orbit) को बदला जाएगा। बता दें कि भारत के दूसरे चंद्र मिशन चंद्रयान- 2 की अभी तक की सारी गतिविधियां सामान्य हैं। इसरो का सर्वाधिक शक्तिशाली रॉकेट जीएसएलवी मार्क-III (थ्री) एम 1 आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा (Sriharikota) स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से 22 जुलाई को चंद्रयान-2 को लेकर रवाना हुआ था।

पृथ्वी के प्रभाव वाले क्षेत्र से चंद्रमा के आभामंडल में यह 14 अगस्त को प्रवेश करेगा। चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश करते ही यान चंद्रमा की परिक्रमा करने लगेगा। इसरो के अनुसार चंद्रमा के प्रभाव वाले क्षेत्र की कक्षा में 13 दिन की परिक्रमा के बाद रोवर ‘प्रज्ञान’ को लेकर जा रहा लैंडर ‘विक्रम’ यान से अलग हो जायेगा और कुछ दिन कक्षा की परिक्रमा के बाद यह सात सितंबर को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरेगा, जहां अभी तक कोई देश नहीं पहुंचा है।

गौरतलब है कि देश के महत्वाकांक्षी निम्न लागत अंतरिक्ष कार्यक्रम के तहत एक लंबी छलांग लगाते हुए इसरो ने सबसे जटिल और अपने प्रतिष्ठित मिशन को हाथ में लिया है जिसका लक्ष्य चंद्रमा की सतह पर रोवर को उतारना है। यदि यह मिशन सफल रहा तो उससे भारत रूस, अमेरिका और चीन के बाद चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला चौथा देश बन जाएगा।