एक हाथ में वेद तो दूसरे हाथ में कंप्यूटर लेकर पहुंच रहे नए शिखर पर : डॉ. दिनेश शर्मा

Jul 27 2019

एक हाथ में वेद तो दूसरे हाथ में कंप्यूटर लेकर पहुंच रहे नए शिखर पर  : डॉ. दिनेश शर्मा

इंडिया इमोशंस न्यूज वाराणसी,। आधुनिकता के इस युग में भी हमने अपनी संस्कृति व संस्कार को नहीं छोड़ा है। आज युवाओं के एक हाथ में वेद की ऋचाएं है तो दूसरे में कंप्यूटर है। नैतिकता का भाव लेकर हम नए शिखर पर पहुंचने का सपना साकार कर रहे हैं। ये बातें उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने कही। वे शनिवार को महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के गांधी अध्ययनपीठ के सभागार में 'भारतीय परंपरा का आधुनिक भारत : स्वरूप व दिशा' विषयक दो दिवसीय संगोष्ठी को सम्बोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि यह भारत की आध्यात्मिक सोच, यहां की वैदिक परंपरा को अपनाये रखने वाले हिंदुस्तानियों की ताकत का परिणाम है कि पूरी दुनिया हिंदुस्थान की मेधा मान रही है। उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा के क्षेत्र में प्रदेश सरकार ने उन्नयन व शिक्षकों के हितों में अनेक निर्णय किये। शासकीय सहायता मान्यता प्राप्त महाविद्यालयों के पूर्ण वेतन भोगी शिक्षकों को स्थाई किया गया।

डॉ.शर्मा ने बताया कि अंशकालिक शिक्षकों,प्राचार्य के लिए मानकों में सरलीकरण किया गया। समस्त रिक्त पदों को विज्ञापित करा लिया गया है, जिससे शीघ्र भर्तियां होंगी। उन्होंने जोर देकर कहा कि अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के साथ बैठके होती हैं। उनके सुझावों पर अमल किया जाता है। सुखी मन शिक्षक, तनाव मुक्त विद्यार्थी की नीति लेकर कार्य हो रहा है।

जितने में बन रही फिल्म, उतने में हम पहुंच गये चंद्रमा पर

उप मुख्यमंत्री ने देश के महत्वाकांक्षी मिशन चंद्रयान-2 की सफलता का जिक्र कर कहा कि जितने में आज फिल्म बन रहीं हैं। उतने ही पैसे में हम अंतरिक्ष में चंद्रयान पहुंचाने में सफल हुए हैं। पूरी दुनिया के लिए भारत मार्गदर्शक बना हुआ है। उन्होंने कहा कि आज विश्व खासकर अमेरिका, यूरोप जो अपने को ताकतवर व उन्नत समझते हैं भारत की ताकत व बौद्धिकता का लोहा मान रहे हैं। आज से 10-12 वर्ष पहले भारत की गरीबी की तस्वीर दिखाने वाले अमेरिका व यूरोप आज यह कह रहे हैं कि हिंदुस्तानियों से बचना कहीं हिंदुस्तानी उनका रोजगार नहीं छीन ले।

पहले कहा जाता था उल्टा प्रदेश, आज बदल गया है स्वरूप

डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि पहले उत्तर प्रदेश को उल्टा प्रदेश कहा जाता था। अब प्रदेश का स्वरूप बदल रहा है। आज सूबे में औद्यौगिकीकरण का माहौल बना है। देश के उद्योगपति 60 करोड़ रुपये सूबे में निवेश कर चुके हैं। भविष्य में इसका दायरा बढ़ता जा रहा हैं।

सहुलियत के कारण पिछले वर्ष हुआ था 60 हजार करोड़ का निवेश

उन्होंने बताया कि 28 जुलाई को लखनऊ में इंडस्ट्रियल समिट हैं। पहले उद्योगपति उत्तर प्रदेश में उद्योग लगाने से हिचकते थे। आज योगी सरकार में उद्योगों को सहूलियत व बेहतर कानून-व्यवस्था से प्रदेश में निवेश बढ़ा है। पिछले वर्ष की समिट में 60 हजार करोड़ रुपये का निवेश हुआ था। आईटी सेक्टर में गत 2 वर्ष में 59 हजार करोड़ रुपये का निवेश हो चुका है। जो कीर्तिमान है। देश की दिशा व दशा उन्नति की ओर तेजी से बदली है। हम दुनिया के लिए उदाहरण बन रहे हैं, जबकि वर्तमान में जीडीपी का महज तीन फीसद शिक्षा पर खर्च किया जा रहा है।

भारत अद्भुत देश, पूरे विश्व की कुंडली उसके हाथ में : कुलपति

संगोष्ठी में बतौर मुख्य वक्ता संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. राजेंद्र मिश्र ने कहा कि भारत अद्भूत देश है, जिसके हाथों में पूरे विश्व की कुंडली है। हम संपूर्ण राष्ट्र की रक्षा करने में समक्ष हैं। भारत ने पूरी दुनिया को संभाला। हमारे ऋषि-मुनियों ने पूरे विश्व को संभालने का सपना देखा था। हम अपना निर्माण अपनी मिट्टी से कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि भारत की सनातन संस्कृति सर्वव्यापी व विशाल है। संगोष्ठी की अध्यक्षता काशी विद्यापीठ के कुलपति प्रो. टीएन सिंह ने की। उन्होंने शिक्षा के बजट को बढ़ाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि कोठारी समिति ने जीडीपी का छह फीसद शिक्षा पर खर्च करने की संस्तुति की थी।