केजीएमयू के कर्मचारियों ने किया प्लाज्मा डोनेट

Aug 23 2020

केजीएमयू के कर्मचारियों ने किया प्लाज्मा डोनेट

india emotions news network, lucknow. लखनऊ। किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्विद्यालय के हेल्थ वर्कर्स ने दिन रात मेहनत कर कोरोना संक्रमित मरीजों को बचाने का जिम्मा पूरी तरह अपने कंधों पर उठा लिया है। कोरोना में ड्यूटी करते करते कोरोना पॉजिटिव हुए कर्मियों ने स्वस्थ होने पर शरीर में बनें एंटीबॉडी को कर्मचारी परिषद के अनुरोध पर संक्रमित होने वाले गंभीर मरीजों के लिए शनिवार को केजीएमयू के ट्रांसफ्यूज़न मेडिसिन विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ तूलिका चंद्रा को अपना प्लाज़्मा डोनेट किया। कोरोना संक्रमित होने के बाद एंटीबॉडी जांच कराने वाले योद्धाओं के नाम- तन्मय माझी, लाल बहादुर,अमलेश, राकेश, राहुल तिवारी, शुसान रस्तोगी, सुहैल हैदर,अंतश शुक्ला,डॉ नियतांक, डॉ अगस्त्य,प्रियंका आदि लोग शामिल हैं।

प्लाज़्मा डोनेट करने वाले योद्धाओं की कॉउंसलिंग करने में विभाग के डॉ प्रदीप मौर्य, डॉ अनुराग, काउन्सलर दीपाली श्रीवास्तव, तकनीशियन सुनील और संयुक्त मंत्री छोटेलाल की कड़ी मेहनत के कारण प्लाज़्मा डोनेशन पूरा हुआ। विभागाध्यक्ष डॉ तूलिका चंद्रा को उनके द्वारा संस्थान और मरीजों के हित में किए जा रहे काम के लिए कर्मचारी परिषद ने आभार व्यक्त किया। साथ ही उन्होंने भविष्य में भी कर्मचारियों द्वारा बड़े स्तर पर स्वेच्छा से प्लाज़्मा डोनेट करने का भरोसा कर्मचारी परिषद को जताया गया।
------------------------

नेटवर्क गायब नहीं दो घंटे नहीं हुई खून की जांच
लखनऊ। सिविल अस्पताल में रोजाना कोई न कोई उथल-पुथल होती रहती हैं। शनिवार सुबह नेटवर्क न होने के कारण दो घंटे खून की जांच ठप रही। जांच के लिए घंटों भटकते के बाद मरीज बैरंग लौट गए। मजबूरी में उन्हें निजी पैथालॉजी में जांच करवानी पड़ी। सिविल अस्पताल की ओपीडी में इन दिनों आठ सौ से एक हजार मरीज इलाज के लिए आ रहे है। डॉक्टर जरूरत पड़ने पर मरीजों को खून की जांच के लिए लिखा। इसके बाद मरीज पैथालॉजी में पहुंचे तो कर्मचारियों ने जांच के लिए मना कर दिया। कर्मचारियों का कहना था कि नेटवर्क नही आ रहा है। मरीजों को अगले दिन जांच कराने की बात कहकर लौटा दिया। करीब 200 से अधिक मरीजों की जांच नहीं हो सकी। अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ आशुतोष दुबे ने बताया कि कुछ समय के लिए नेटवर्क की दिक्कत हुई थी। जो जल्द ठीक कर ली गई थी।