UP: कोरोना संकट के बीच 15 लाख राज्य कर्मचारियों को बोनस

Nov 06 2020

UP: कोरोना संकट के बीच 15 लाख राज्य कर्मचारियों को बोनस
कर्मचारियों को वर्ष 2019-20 के लिए 30 दिन के तदर्थ बोनस का होगा भुगतान

India Emotions, लखनऊ। कोरोना संकट के बीच राज्य कर्मचारियों के लिए योगी सरकार की तरफ से खुशखबरी है। सरकार राज्य कर्मचारियों को दीपावली पर बोनस का तोहफा देने जा रही है। इस बावत वित्त विभाग को निर्देश दे दिए गए हैं। मालूम हो कि, यूपी में लगभग 15 लाख अराजपत्रित कर्मचारी हैं जिन्हें बोनस का तोहफा मिलेगा। कर्मचारियों को पिछले वित्तीय वर्ष के 30 दिन के वेतन के बराबर बोनस मिलता है। सरकार बोनस का कुछ हिस्सा जीपीएफ में जबकि कुछ नकद देती रही है। इस पर 967 करोड़ रुपये अतिरिक्त खर्च आता है।

वित्त विभाग के सूत्रों के मुताबिक, यूपी में राज्य कर्मियों के 12.40 लाख पद, सार्वजनिक क्षेत्र के करीब एक लाख और सहायतित संस्थाओं के 7.12 लाख पद हैं। इनमें से लगभग 16 लाख कार्यरत हैं। अगर इन्हें 10 हजार रुपये एडवांस दिया जाता है तो सरकार पर 1600 करोड़ रुपये का व्यय भार आने का अनुमान है।

मालूम हो कि, इससे पूर्व केंद्र ने भी अपने कर्मचारियों को अवकाश यात्रा रियायत के बदले नकदी वाउचर और खरीदारी के लिए 10 हजार रुपये अग्रिम देने का ऐलान किया था। ऐसे में यदि प्रदेश सरकार ने केंद्र की तरह दीवाली पर अग्रिम व एलटीसी के बदले नकदी वाउचर के भुगतान का फैसला किया तो करीब 16 लाख कर्मचारियों को लाभ होगा।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों के क्रम में राज्य सरकार के दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को वर्ष 2019-20 के लिए 30 दिन के तदर्थ बोनस के भुगतान करने का निर्णय लिया गया है। इस निर्णय से कुल लगभग 15 लाख कर्मचारी लाभान्वित होंगे।

सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि तदर्थ बोनस की सुविधा अपुनरीक्षित वेतनमानों में ग्रेड वेतन 4800 रुपए (पुनरीक्षित में वेतन मैट्रिक्स लेवल-8) तक के पद पर कार्यरत अराजपत्रित कर्मचारियों को अनुमन्य होगी। तदर्थ बोनस के रूप में मासिक परिलब्धियों की अधिकतम सीमा 7,000 रुपए होगी तथा एक माह में औसत दिनों की संख्या 30.4 के आधार पर दिनांक 31 मार्च, 2020 को ग्राह्य परिलब्धियों के अनुसार 30 दिन की परिलब्धियां आगणित की जाएगी। इस प्रकार एक कर्मचारी को अधिकतम 6,908 रुपए बोनस के रूप में अनुमन्य होगा।

प्रवक्ता ने बताया कि तदर्थ बोनस की 75 प्रतिशत धनराशि भविष्य निधि खाते में जमा की जाएगी तथा शेष 25 प्रतिशत का भुगतान नकद किया जाएगा। जो कर्मचारी भविष्य निधि खाते के सदस्य नहीं हैं, उन्हें धनराशि एनएससी के रूप में प्रदान की जाएगी। तदर्थ बोनस भुगतान से राज्य सरकार पर कुल 1022.75 करोड़ रुपए का व्ययभार आएगा।

इन कर्मियों को मिलेगा लाभ-

राज्य कर्मचारियों, राजकीय विभागों के कार्य प्रभारित कर्मचारियों, सहायता प्राप्त शिक्षण एवं प्राविधिक शिक्षण संस्थाओं के शिक्षकों एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों, स्थानीय निकायों के कर्मचारियों तथा राज्य सरकार के दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को तदर्थ बोनस का भुगतान किया जाएगा।