उत्तर प्रदेश में कोरोना के 4858 मामले एक्टिव, अब तक 7875 का उपचार

Jun 13 2020

उत्तर प्रदेश में कोरोना के 4858 मामले एक्टिव, अब तक 7875 का उपचार

india emotions news network, lucknow. उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि मानव संसाधन उद्योग जगत की रीढ़ है। यही रीढ़ अब बड़ी संख्या में श्रमिक के रूप में प्रदेश में उपलब्ध है। श्रमिकों ने अपने पसीने से समाज व राष्ट्र का निर्माण किया है। प्रदेश में आये कामगारों और श्रमिकों के श्रम से अब उत्तर प्रदेश का नव-निर्माण होगा। उन्होंने औद्योगिक विकास विभाग तथा एम0एस0एम0ई0 विभाग को कामगारों/श्रमिकों को रोजगार देने के सम्बन्ध में सभी सम्भावनाएं तलाशने के निर्देश देते हुए कहा है कि औद्योगिक इकाइयों तथा सेवा प्रदाता संगठनों को मैन पावर आपूर्ति के सम्बन्ध में एक एप विकसित किया जाए। मुख्यमंत्री जी ने इस बात पर बल दिया है कि कामगारों/श्रमिकों की सामाजिक एवं आर्थिक सुरक्षा की दिशा में भी कार्य किया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि इन्हें बीमा कवर अवश्य उपलब्ध हो।
उन्होंने कहा है कि केन्द्र व राज्य सरकार की विकास योजनाओं को तेजी से संचालित करते हुए कामगारों/श्रमिकों को रोजगार के अधिक से अधिक अवसर उपलब्ध कराये जाए। श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया है कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे तथा बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे परियोजनाओं का निर्माण कार्य तेज गति से जारी है।


श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने सभी कोविड चिकित्सालयों की व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरुस्त बनाये रखने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा है कि अस्पतालों में भर्ती रोगियों की लगातार मानीटरिंग की जाए। डाॅक्टर एवं नर्सिंग स्टाफ नियमित राउण्ड लें। उन्होंने कहा है कि गन्दगी संक्रमण का कारण बनती है।

इसके दृष्टिगत, चिकित्सालयों में साफ-सफाई की पूरी व्यवस्था सुनिश्चित करते हुए मेडिकल वेस्ट के समुचित निस्तारण के सभी प्रबन्ध किये जाएं। मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिये हैं कि पल्स आॅक्सीमीटर के माध्यम से कोरोना मरीज के आॅक्सीजन स्तर की समय-समय पर जांच की जाए। निर्धारित स्तर से कम आॅक्सीजन पाये जाने पर रोगी को तुरन्त आॅक्सीजन दी जाए। उन्होंने कहा है कि कोरोना के गम्भीर रोगियों के लिए आॅक्सीजन अत्यन्त आवश्यक हो जाती है।\
\
इसलिए कोविड चिकित्सालयों में प्रत्येक दशा में आॅक्सीजन की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। सभी वेंटिलेटरों को क्रियाशील रखा जाए। इनके संचालन के लिए प्रशिक्षित डाॅक्टरों तथा पैरामैडिक्स की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कोविड-19 से होने वाली मृत्यु की दर को नियंत्रित करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाने के निर्देश भी दिये हैं।


श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि कोरोना के खिलाफ जंग एक अदृश्य शत्रु के साथ युद्ध के समान है। जब तक इस महामारी के उपचार के लिए कोई कारगर दवा अथवा वैक्सीन विकसित नहीं हो जाती, तब तक कोरोना से बचाव ही इसका एक मात्र उपचार है। इसलिए लोगों को कोरोना के संक्रमण से सुरक्षित रहने के सम्बन्ध में जागरूक किया जाए। इसके लिए विभिन्न संचार माध्यमों का उपयोग करते हुए जनता को कोविड-19 से बचाव तथा शरीर की प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि के उपाए बताये जाए।

लोगों को अवगत कराया जाए कि प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के सम्बन्ध में आयुष मंत्रालय, भारत सरकार की एडवायजरी के अनुरूप आहार लें। मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि आमजन को यह भी बताया जाए कि इस रोग के लक्षणों को छिपाने से इसका उपचार सम्भव नहीं, इसलिए इसके लक्षण दिखने पर तत्काल चिकित्सकीय परामर्श प्राप्त करें। उन्होंने आरोग्य सेतु एप तथा ‘आयुष कवच-कोविड’ एप को डाउनलोड करने के लिए लोगों को प्रोत्साहित किये जाने के निर्देश भी दिये हैं।

मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि कोरोना से बचाव के लिए अनलाॅक व्यवस्था के दौरान भी पूरे अनुशासन के साथ रहना आवश्यक है। इसलिए सोशल डिस्टेंसिंग का पूर्ण पालन कराया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि लोग मास्क का अवश्य उपयोग करें। उन्होंने निर्देश दिये कि पुलिस बल सघन पेट्रोलिंग करते हुए कहीं भी भीड़ एकत्र न होने दें।