भर्ती रोगियों को समय पर दवा, भोजन, पीने के लिए गुनगुने पानी की व्यवस्था की जाए: योगी आदित्यनाथ

Jun 22 2020

भर्ती रोगियों को समय पर दवा, भोजन, पीने के लिए गुनगुने पानी की व्यवस्था की जाए: योगी आदित्यनाथ

India Emotions News News, Lucknow. उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने सभी जिलाधिकारियों तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को कार्ययोजना बनाकर मेडिकल स्क्रीनिंग का वृहद अभियान संचालित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि कंटेनमेंट जोन के अलावा अन्य क्षेत्रों में भी सर्वे के माध्यम से स्क्रीनिंग का कार्य किया जाए। इसके लिए टीमों की संख्या में वृद्धि करतेे हुए लगभग 01 लाख से अधिक टीम गठित कर मेडिकल स्क्रीनिंग की कार्यवाही की जाए। उन्होंने स्क्रीनिंग में संदिग्ध पाए गए व्यक्तियों के उपचार की पूरी व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने के निर्देश भी दिए हैं। उन्होंने निर्देश दिए है कि ग्रामीण तथा शहरी इलाकों में प्रत्येक सप्ताह टीम द्वारा निर्धारित क्षेत्रों में स्क्रीनिंग की जाए। स्क्रीनिंग टीम को पल्स आॅक्सीमीटर, इंफ्रारेड थर्मामीटर तथा सेनिटाइजर आदि अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराए जाए।


श्री अवस्थी ने बताया कि कोविड हेल्प डेस्क की स्थापना के कार्य को तेज किए जाने के निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि अपर मुख्य सचिव गृह तथा पुलिस महानिदेशक, पुलिस विभाग के विभिन्न संस्थानों में स्थापित कोविड हेल्प डेस्क की व्यवस्थाओं का निरीक्षण करें। उन्होंने प्रदेश में सभी पीएचसी, सीएचसी एवं अन्य संस्थानों एवं कार्यालायों में कोविड हेल्प डेस्क स्थापित किये जाने के निर्देश दिये है जहां पर सुबह से रात तक कर्मचारी ड्यूटी पर अवश्य रहेंगे। सभी मण्डलाक्युत एवं जिलाधिकारी आगामी दो दिन में अपने जनपदों मंे कोविड हेल्प डेस्क अवश्य बनाकर संचालित करा लें। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने टेस्टिंग क्षमता को बढ़ाकर 25 हजार टेस्ट प्रतिदिन किए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि इस सम्बन्ध में वैकल्पिक टेस्टिंग व्यवस्था के तहत एन्टीजेन टेस्ट आदि को आवश्यकतानुसार अपनाए जाने पर विचार किया जाए। कोविड अस्पतालों में बेड क्षमता का विस्तार करते हुए डेढ़ लाख बेड की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।


मुख्यमंत्री जी ने प्रत्येक जनपद में विशेष सचिव स्तर के एक अधिकारी की तैनाती के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि यह अधिकारी जनपदों में मुख्य चिकित्सा अधिकारी के साथ समन्वय कर कोविड एवं नाॅन कोविड चिकित्सालयों, एम्बुलंेस सेवा सर्विलांस की कार्यवाही सहित सम्पूर्ण चिकित्सा व्यवस्था को और सुदृढ़ करने में सहयोग प्रदान करेंगे। उन्होंने बताया कि 11 जनपदों में भेजे गए नोडल अधिकारियों की रिपोर्ट प्राप्त हो गयी हैं। प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार आगे की कार्यवाही शीघ्र प्रारम्भ कर दी जायेगी।

मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि स्वास्थ्य विभाग एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा योग्य, अनुभवी एवं वरिष्ठ स्वास्थ्य विशेषज्ञों की टीम तैयार की जाए, जो प्रदेश की चिकित्सा व्यवस्था को बेहतर करने में सहयोग कर सके। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि कोविड अस्पतालों में भर्ती रोगियों को निश्चित समय पर दवा, भोजन तथा नाश्ता आदि उपलब्ध कराया जाए। मरीजों को पीने के लिए गुनगुने पानी की व्यवस्था की जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि डाॅक्टर तथा नर्सिंग स्टाफ नियमित राउण्ड लें। मरीजों की निरन्तर माॅनिटरिंग की जाए।


श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिए है कि चिकित्सालयों के होल्डिंग एरिया में भीड़ एकत्र न होने दी जाए। प्रयास यह किया जाए कि कम से कम समय तक वहां कोई रूके। उन्होंने कहा है कि चिकित्साकर्मियों को मेडिकल इंफेक्शन से सुरक्षित रखने के लिए पूरी सावधानी बरती जाए। अस्पतालों में पी0पी0ई0 किट, एन-95 मास्क, ग्लव्स, सेनिटाइजर आदि की सुचारु व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि पी0ए0सी0 वाहिनी जैसे स्थान, जहां सामूहिक रूप से लोगांे को रहना पड़ता है, वहां दो गज की दूरी के नियम का अनिवार्य रूप से पालन सुनिश्चित किया जाए। पीएसी को सुरक्षित स्थानो ंपर रखा जाये जहां संक्रमण का खतरा कम हो। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि लोगों को यह अवगत कराना आवश्यक है कि कोरोना से घबराने की जरूरत नहीं है।

इसके दृष्टिगत कोरोना से बचाव सम्बन्धी जागरूकता कार्यक्रम निरन्तर संचालित किए जाने के निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि सभी प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, थाना, ब्लाॅक, तहसील, कलेक्ट्रेट, सरकारी राशन की दुकान सहित ऐसे सभी स्थानो पर जहां लोगों का आना-जाना हो, वहां कोविड-19 से सुरक्षा एवं बचाव के सम्बन्ध में होर्डिंग तथा पोस्टर लगाकर जनता को जागरूक किया जाए। उन्होंने टेलीविजन तथा रेडियो आदि माध्यम से भी आमजन को इस सम्बन्ध में जागरूक किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा है कि राज्य सरकार द्वारा कोरोना से बचाव तथा उपचार हेतु की गई व्यवस्था की जानकारी भी लोगों को दी जाए।

उन्होंने कहा है कि दो गज की दूरी, मास्क पहनना है जरूरी, स्लोग्न का व्यापक प्रचार कर लोगों में जागरूकता फैलायी जाये। श्री अवस्थी ने बताया कि सूचना विभाग द्वारा कोरोना संक्रमण से बचाव संबंधी उपायों की होर्डिंग तक पोस्टर सभी जनपदों में लगायी जा रही हैं।


श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि अटल भूजल योजना का कार्य जल जीवन मिशन के तहत होना है। बरसात के मौसम में इसके लिए तालाब खोदने, चेक डैम आदि के कार्य मनरेगा के माध्यम से करवाएं जाएं तथा जल संरक्षण एवं वनीकरण के कार्य किये जाये। गोवंश में होने वाले खुरपका, मुंहपका रोग के सम्बन्ध में पशुपालन विभाग द्वारा सतर्कता बरतते हुए इस रोग के नियंत्रण के लिए टीकाकरण की कार्यवाही की जाए। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि राज्य सरकार सड़क दुर्घटनाओं को नियंत्रित करने के लिए कृतसंकल्पित है। इसके लिए अनेक कदम उठाये जा रहे हैं। ट्रैफिक के सामान्य नियमों की जानकारी और अनुपालन से बड़ी संख्या में दुर्घटनाओं को रोका जा सकता है। अधिकतर दुर्घटनाओं का कारण असावधानी अथवा मानवीय भूल होती है।

सड़क सुरक्षा और यातायात के नियमों के सम्बन्ध में आम नागरिक को जागरूक किए जाने पर बल देते हुए उन्होंने कहा है कि सड़क दुर्घटनाओं को नियंत्रित करने के लिए प्रभावी प्रवर्तन कार्यवाही की जाए। उन्होंने पुलिस तथा परिवहन विभाग को मिलकर यह कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि वाहन चालकों को भी सड़क सुरक्षा के नियमों की जानकारी दी जाये।


श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि कानून-व्यवस्था के मामलों में राज्य सरकार कोई समझौता नहीं करती। अपराध एवं भ्रष्टाचार के प्रति प्रदेश सरकार की जीरो टाॅलरेंस नीति है। उन्होंने निर्देश दिए है कि किसी भी आपराधिक घटना के घटित होने पर प्राथमिक स्तर पर प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। महिलाओं पर अपराध को रोकने हेतु सख्त कार्यवाही की जाये। पुलिस द्वारा पेट्रोलिंग के कार्य को और सघन किया जाए। अवैध असलहों के विरुद्ध अभियान चलाया जाए। राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति बैठक में बैंकों की सुरक्षा व्यवस्था के सम्बन्ध में विशेष रूप समीक्षा करते हुए यह भी सुनिश्चित कराया जाए कि सभी ए0टी0एम0 तथा बैंक की सुरक्षा सम्बन्धी मानकों का प्रत्येक दशा में पालन किया जाये। डिस्ट्रिक्ट माॅनिटरिंग कमेटी की बैठकें आहूत किए जाएं। पाॅस्को एक्ट के तहत कार्यवाहियों में तेजी लायी जाए।


श्री अवस्थी ने बताया कि उत्तर प्रदेश कोविड केयर फण्ड में अब तक कुल 406.99 करोड़ रूपये आ चुका है। इसमें सीएम रिलीफ फण्ड से 214.80 करोड़ रूपये तथा पब्लिक कन्ट्रीब्यूशन से 192.19 करोड़ रूपये प्राप्त हुआ है। उन्होंने बताया अब तक उत्तर प्रदेश कोविड केयर फंड में एक लाख से अधिक की धनराशि प्रदान करने वाले दान दाताओं की संख्या 1508 है। उन्होंने बताया विभिन्न जनपदों में 18,195 आश्रय स्थल स्थापित किये गये जिसकी कुल क्षमता 14,24,426 है। वर्तमान में 02 ही आश्रय स्थल चल रहे है। उन्होंने बताया कि अब तक विभिन्न प्रदेशों से आश्रय स्थलों के माध्यम से 15,94,472, ट्रांजिट कैम्पों के माध्यम से 9,96,858 तथा सीधे घरों में 9,46,953 श्रमिकों आये हैं। इस प्रकार अब तक विभिन्न प्रदेशों से 35,38,283 श्रमिक प्रदेश मंे आयें है।