खाना-पीना नहीं यहां देह परोसने की वसूली जा रही है जीएसटी!

Jul 23 2019

खाना-पीना नहीं यहां देह परोसने की वसूली जा रही है जीएसटी!

इंडिया इमोशंस इनवेस्टीगेशन डेस्क, मुंबई। देश के तमाम शानदार, फाइव स्टार-सेवेन स्टार समझे जाने कुछ खास तरह के होटलों में काल गल्र्स, स्कॉट सर्विस या यूं कह लीजिए देह व्यापार के लिए बकायदा जीएसटी वसूली जा रही है। ऐसी सर्विसेज मेल और फीमेल दोनों के लिए हैं। जीएसटी यानि गुड्स एण्ड सर्विसेज एक्ट... और यहां तो होटल मैनेजमेंट से ग्राहक सेक्स सर्विस इंटरटेन के करने के बाद यह पूछता भी नहीं कि उससे वसूले जाने वाला टैक्स सामान पर था कि सर्विस पर? बस बिल चुकाते ही राहत की सांस ली और निकल पड़ा अपने गंतव्य की ओर। कुल मिलाकर इन होटलों में खाना तो खाना देह परोसने का भी टैक्स वसूला जाता है। हालांकि इन होटलों में आने वाले ज्यादातर काफी रइस ही होते हैं सो उनके पास ऐसी सर्विस लेने के दो विकल्प होते हैं, एक तो वह अपने साथ ही अपना पार्टनर ले कर आये अथवा होटल की सर्विस अगर वह लेना चाहते हैं उन्हें जीएसटी चुकानी पड़ेगी।

कैसे होती है वसूली-
असल में इन शानदार कुछ खास होटलों में आने वाला कोई रइसजादा हो या रइसजादी, उसकी डिमांड पूरी करने के बाद होटल के रूम चार्ज, खाने-पीने का जो बिल बनता है उसमें ही इस टैक्स को स्पेशल सर्विस के नाम पर जोड़ दिया जाता है। हालांकि वह ग्राहक इस टैक्स से बच जाते हैं जो अपने सेक्स पार्टनर को पहले से ही साथ लेकर होटल में प्रवेश करते हैं। हालांकि आईडी मैच न होने के डर से ऐसा करने वाले कम ही होते हैं, सो अंदर स्टे करने बाद सर्विस चाहने वाले भी कम नहीं। वैसे होटल में आकर स्टे करने वाले दो पार्टनर्स की आईडी भले मैच न हो, लेकिन ऐसे बड़े होटलों में इन ग्राहकों को कतई टोका नहीं जाता....सब अंडरस्टुड है।

कौन बनते हें ग्राहक
खास चुनिंदा होटलों में स्कॉट सर्विस का आनंद उठाने वाले या तो बड़े देशी-विदेशी बिजनेस मैन होते हैं, किसी इंटरनेशनल कंपनी के ऊंची पोस्ट वाले होते हैं या फिर इन बड़ी कंपनियों वे क्लाइंट होते हैं जिनको इंटरटेन कर बिल कंपनी ही चुकाती है। इन सर्विस लेने वालों में ज्यादातर अधेड़ उम्र के आदमी और औरते भी होती हैं।

लेडीज भी किसी से कम नहीं
ऐसे कुछ खास होटलों में स्कॉट सर्विस के नाम पर इंटरटेन करने वाले ग्राहकों में लेडीज भी कम नहीं हैं। पैसे वाली महिलाएं सर्विंस और इस सर्विस के नाम प वसूला जाने वाला टैक्स नहीं देखतीं। उन्हें बस अपने जिस्म की प्यास बुझानी होती है और इसके लिए बकायदा स्मार्ट लड़कों की भी एक टीम सक्रिय रहती है। यह कॉलेज ब्वायज भी हो सकते हैं।