कोरोना लॉकडाऊन: क्या सभी अपने-अपने घरों को तक सकुशल पहुंच पाएंगे? रणवीर तो नहीं पहुंचा ...

Mar 29 2020

कोरोना लॉकडाऊन: क्या सभी अपने-अपने घरों को तक सकुशल पहुंच पाएंगे? रणवीर तो नहीं पहुंचा ...

इंडिया इमोशंस, नई दिल्ली। कोरोना वायरस के प्रसार पर अंकुश लगाने के लिए देश में चल रहे लॉकडाऊन में अपने-अपने घरों को पलायन कर रहे लोगों के बीच से एक बुरी खबर भी आयी है। रणवीर ने अपने घर तक पहुंचने से पहले ही दम तोड़ दिया। रणवीर ने आखिरी बार मोबाइल से बहन को कहा था कि वह फरीदाबाद आ गया है, कल मुरैना पहुंच जाएगा. पिंकी के बहनोई प्रमोद सखवार ने बताया कि रणवीर की बहन पिंकी अंबाह में मेरे छोटे भाई के लिए ब्याही है. शाम 6 बजे रणवीर ने अपनी बहन को फोन करके बताया था कि फरीदाबाद आ गया है और कल तक अंबाह पहुंच जाएगा. सुबह 6.30 बजे जब पिंकी ने दोबारा रणवीर को फोन लगाया तो उसने कहा कि मेरी तबियत बिगड़ गई है. बहन पिंकी ने उससे पूछा भी कि अगर दिक्कत ज्यादा हो तो हम कुछ इंतजाम करते हैं लेकिन रणवीर ने मना कर दिया. सुबह उसकी मौत की खबर परिजन को लगी.

लॉकडाउन के दौरान दिल्ली से पैदल मुरैना के बड़फरा गांव के लिए निकले 39 साल के युवक की आगरा के सिकंदरा थाने में मौत हो गई. मौत से पहले रणवीर 200 किलोमीटर चल चुका था. युवक शुक्रवार की शाम 3 बजे अपने साथियों के साथ निकला था. शाम 6 बजे उसने अंबाह में ब्याही अपनी बहन पिंकी को फोन करके कहा कि मैं फरीदाबाद आ गया हूं और जल्द ही घर पहुंच जाऊंगा. शनिवार सुबह आगरा पहुंचने के बाद उसके साथी आगे निकल गए और सुबह 6.30 बजे सिकंदरा थाना क्षेत्र में सड़क किनारे ही उसकी मौत हो गई. परिजन मौत की वजह भूख-प्यास बता रहे हैं जबकि सिकंदरा थानाध्यक्ष कुलदीप सिंह का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह हार्ट अटैक बताई गई है. जानकारी के अनुसार रणवीर सिंह पुत्र रामलाल (35) दिल्ली में एक होटल में टिपिन डिलीवरी करने का काम करता था. लॉकडाउन की वजह से होटल मालिक ने उसकी छुट्‌टी कर दी. शुक्रवार को शाम 3 बजे रणवीर अपने कुछ साथियों के साथ दिल्ली से पैदल मुरैना के लिए निकला. सुबह 5.30 बजे रणवीर व उसके साथी आगरा पहुंच गए.

मृतक रणवीर के परिवार में वृद्ध मां के अलावा पत्नी ममता, बेटी गीता, आराध्या व बेटा अंशू है. इनकी परवरिश के लिए ही वह तीन साल पहले दिल्ली पहुंचा था और वहीं होटल में टिपिन डिलीवरी का काम करता था. शनिवार शाम जब रणवीर का शव बड़फरा गांव में पहुंचा तो वहां मातम पसर गया. पत्नी, बच्चे व बूढ़ी मां बेसुध हो गई.
                                                                                                                                 

रणवीर सुस्ताने के लिए रुक गया और उसके साथी आगे निकल आए. सुबह 6.30 बजे तक रणवीर के बहनोई प्रमोद सखवार ने उसके मोबाइल पर कॉल किया तो एक राहगीर ने फोन उठाया और बताया कि रणवीर की तो मौत हो चुकी है. इसके बाद परिजन आगरा पहुंचे और रणवीर का पोस्टमार्टम कराकर शव बड़फरा लाए, जहां उसका अंतिम संस्कार किया गया.
                                                                                                                                   सवाल उठता है कि क्या सभी अपने-अपने घरों को तक सकुशल पहुंच पाएंगे?