रामलला को 27 वर्ष बाद मिलेगी तिरपाल से मुक्ति, फाइबर के बुलेट प्रूफ मंदिर में होंगे विराजमान

Mar 07 2020

रामलला को 27 वर्ष बाद मिलेगी तिरपाल से मुक्ति, फाइबर के बुलेट प्रूफ मंदिर में होंगे विराजमान

अयोध्या: दिसंबर 1992 से ही टेंट के अंदर विराजमान रामलला 27 वर्ष बाद फाइबर के बुलेट प्रूफ मंदिर में शिफ्ट होंगे. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने बताया कि रामलला को चैत्र नवरात्र से एक दिन पहले यानी 24 मार्च टेंट से निकालकर फाइबर के मंदिर में शिफ्ट किया जाएगा. इस मंदिर को विशेषतौर पर कोलकाता में तैयार कराया गया है. मंदिर को बुलेट प्रूफ शीशे से प्रोटेक्ट किया गया है.

साल 1992 से ही टेंट में विराजमान हैं रामलला
रामजन्मभूमि पर मंदिर निर्माण पूर्ण होने तक रामलला फाइबर के मंदिर में ही रहेंगे. आपको बता दें कि दिसंबर 1992 से ही रामलला टेंट में विराजमान हैं. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने शनिवार को बताया कि ट्रस्ट की दूसरी बैठक रामनवमी के बाद 4 अप्रैल को अयोध्या में होगी. बैठक की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं. इस बैठक में राम मंदिर ट्रस्ट के सभी सदस्यों के साथ ही अयोध्या के जिलाधिकारी अनुज कुमार झा भी मौजूद रहेंगे.

अयोध्या में खुलेगा राम मंदिर ट्रस्ट का ऑफिस
आपको बता दें कि राम मंदिर ट्रस्ट की अयोध्या में यह पहली बैठक होगी. इससे पहले ट्रस्ट की एक बैठक दिल्ली में हो चुकी है. इससे पहले अयोध्या राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय, ट्रस्टी डॉ अनिल मिश्र, अयोध्या के जिलाधिकारी अनुज झा शनिवार सुबह राम जन्मभूमि स्थल पहुंचे और कार्यालय के लिए राम कचहरी मंदिर का निरीक्षण किया. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का अयोध्या में भी एक कार्यालय खोलने के लिए भवन का चुनाव कर लिया गया है. रामजन्मभूमि प्रवेश द्वार के पास स्थित राम कचहरी मंदिर में ही ट्रस्ट का कार्यालय होगा.