रामलला के दर्शन कर भावुक हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

Feb 23 2020

रामलला के दर्शन कर भावुक हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ श्रीरामजन्मभूमि में विराजमान रामलला का दर्शन करने के बाद भावुक हो गए। इस दौरान उन्होंने अपने पूज्य गुरु महंत अवैद्य नाथ और दादा गुरु महंत दिग्विजय नाथ के साथ श्रीरामजन्मभूमि आंदोलन से जुड़े कई महानायकों को नमन किया। साथ ही संत समाज के साथ देश-विदेश के सनातन हिन्दू धर्मावलंबियों को राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त होने की बधाई दी।

मुख्यमंत्री योगी ने रविवार को श्रीरामजन्मभूमि परिसर के समीप एक बातचीत में कहा कि उनके गुरु और दादा गुरु वर्ष 1934 से श्रीरामजन्मभूमि आंदोलन से जुड़े रहे। गोरक्ष पीठ ने इस आंदोलन में लंबा योगदान किया है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद इस आंदोलन में प्रमुख भूमिका निभाने वाले महंत रामचंद्र दास परमहंस, अशोक सिंहल और देवरहा बाबा का सपना साकार होने जा रहा है। उन्होंने कहा कि इन महानुभाव और संतों के जीवन भर की साधना की सिद्धि के चलते राम मंदिर निर्माण की सभी बाधाएं खत्म हुईं।

इसके पूर्व सुग्र्रीव किला में आयोजित संत सम्मेलन में भी मुख्यमंत्री राम मंदिर निर्माण की चर्चा करते हुए भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि अयोध्या में रामजन्मभूमि आंदोलन की पहली बैठक इसी सुग्रीव किला में रामानुजाचार्य पुरुषोत्तमाचार्य के सहयोग से आयोजित हुई थी। मुख्यमंत्री ने बताया कि पुरुषोत्तमाचार्य जी कहते थे कि बस एक ही इच्छा है भव्य राम मंदिर बन जाए। श्री योगी ने कहा कि संतों के आग्रह से ही मंदिर निर्माण की शुभ घड़ी आयी है।

संतों के आशीर्वाद के साथ विहिप सुप्रीमो अशोक सिंहल के मार्गदर्शन में लंबी साधना का फल मिलना ही था। देशवासियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भरोसा किया और धैर्य नहीं खोया। इसका सुखद परिणाम सामने है। उन्होंने कहा कि अयोध्या प्रभु श्रीराम की जन्मभूमि है। हमें उनकी मर्यादा का उल्लंघन नहीं करना है। प्रधानमंत्री श्री मोदी पर हमेशा विश्वास बनाए रखें।