CAA के समर्थन में रैली: अमित शाह ने पश्चिम बंगाल में फूंका चुनावी बिगुल, कहा- पूर्ण बहुमत से बनाएंगे सरकार

Mar 01 2020

CAA के समर्थन में रैली: अमित शाह ने पश्चिम बंगाल में फूंका चुनावी बिगुल, कहा- पूर्ण बहुमत से बनाएंगे सरकार

कोलकाता. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने रविवार को कोलकाता में संशोधित नगारिकता कानून (CAA) पर ‘भ्रम दूर करने’ के लिए एक रैली को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाखों शरणार्थियों के लिए CAA कानून लेकर आए हैं. बीजेपी को 2014 में 87 लाख वोट मिले थे. 2019 में हमारे लिए आपका प्यार बढ़ा और हमें पीएम मोदी के नेतृत्व में 2.3 करोड़ वोट मिले. मुझे यह कहते हुए गर्व हो रहा है कि राज्य के 18 सांसद संसद में प्रतिनिधित्व करके बंगाल को बदलने की कोशिश कर रहे हैं.'

अमित शाह ने कहा, 'जब हम बंगाल में चुनाव के मैदान में थे तो ममता दीदी कहती थीं जमानत बचा लेना. ममता जी ये आंकड़े देख लीजिए, अब आने वाले विधानसभा चुनाव में भी पूर्ण बहुमत के साथ भाजपा की सरकार बंगाल में बनने वाली है.'

पश्चिम बंगाल में #'AarNoiAnyai (और नहीं अन्याय) मुहिम की शुरुआत करते हुए बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, 'बीजेपी आज एक अभियान शुरू कर रही है- और नहीं अन्याय (#AarNoiAnnay) यह अभियान बंगाल में निरंकुश ताकतों को हराने की लड़ाई है. मैं आज हर बंगाली को बताना चाहता हूं कि अब हम किसी भी अन्याय को स्वीकार नहीं करेंगे.'

उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि यह यात्रा अभी शुरू हुई है. यह तब समाप्त होगी जब हम 2/3 बहुमत के साथ विधानसभा चुनाव के बाद सरकार बनाएंगे. यह बीजेपी के विकास की यात्रा नहीं है, बल्कि बंगाल के विकास की यात्रा है.'

गृहमंत्री शाह ने कहा, 'यह यात्रा राज्य में गरीबों को सशक्त बनाने के लिए है, अपने कानून और व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए, सिंडिकेट को समाप्त करने के लिए, घुसपैठ को समाप्त करने के लिए और हमारे शरणार्थियों को नागरिकता प्रदान करने के लिए है.' उन्होंने कहा, 'हमें राजनीतिक रैलियों की अनुमति नहीं दी गई और हमारे 40 से अधिक कार्यकर्ता मारे गए. मैं सीएम ममता दी से पूछना चाहता हूं - क्या आप ऐसा करके हमें रोक पाए हैं? आप जो चाहे करें. आप सामने खड़े हैं. बंगाल के लोग आपका असली चेहरा जानते हैं.'

'CAA किसी को प्रभावित नहीं करेगा'
नागरिकता संशोधित कानून (CAA) को लेकर गृहमंत्री अमित शाह ने कहा- 'कोई कितना भी विरोध करे, नागरिकता देकर रहेंगे. ममता दी ने शरणार्थियों का नागरिकता का मुद्दा तब उठाया जब वह विपक्ष में थीं. जब पीएम मोदी सीएए लेकर आए, तो वह विपक्ष में फिर से कांग्रेस और कम्युनिस्टों के साथ खड़ी हैं.' कहा, 'वे अल्पसंख्यकों को इस डर से भर रहे हैं कि वे अपनी नागरिकता खो देंगे. मैं अल्पसंख्यक वर्ग के प्रत्येक व्यक्ति को आश्वस्त करता हूं कि सीएए केवल नागरिकता प्रदान करता है, और कुछ भी नहीं लेता है. यह आपको किसी भी तरह से प्रभावित नहीं करेगा.'शाह ने कहा- 'पीएम नरेंद्र मोदी इसलिए CAA लाए ताकि बंगाल में लाखों शरणार्थियों को यहां नागरिकता दी जा सके. ममता दी ने इसका विरोध किया. बंगाल में हिंसा हुई. ट्रेनें और रेलवे स्टेशन जला दिए गए. मैं उनसे पूछना चाहता हूं, 'दलितों ने किसी भी तरह से आप पर कैसे अत्याचार किया है? जब हम उन्हें नागरिकता देना चाहते हैं तो आप विरोध क्यों कर रहे हैं?'

'बंगाल में 80% हड़ताल हुई'
अमित शाह ने कहा, 'हमारा विरोध करते हुए, आप हरिचंद ठाकुर और गुरुचंद ठाकुर के अभियान का भी विरोध कर रहे हैं. आप महात्मा गांधी, सरदार पटेल और मौलाना अबुल कलाम आज़ाद के वादों का विरोध कर रहे हैं. ये सताए हुए लोग 70 साल से अपने ही देश में बाहरी लोगों के रूप में रह रहे हैं और हमें उन्हें नागरिकता देनी चाहिए. हम सुनिश्चित करेंगे कि हम इन लोगों को नागरिकता प्रदान करें.'

शाह ने कहा, ​ 'केंद्र सरकार द्वारा राज्य के गरीब किसानों तक पहुँचाने के लिए देने वाले 6,000 रुपये को ममता मंजूरी नहीं देती. आप गरीब किसानों को क्यों परेशान कर रहे हैं? बंगाल पर 3.75 लाख करोड़ रुपये का कर्ज है. कम्युनिस्ट सरकार ने 1.92 लाख करोड़ रुपये छोड़ दिए थे, और ममता दी ने इसे और भी बड़ा बना दिया है. बंगाल का हर बच्चा जन्म लेते ही 40,000 कर्ज में डूब जाता है. राज्य में एफडीआई 2% से कम है. ऊर्जा की खपत राष्ट्रीय औसत से 30% कम है. बंगाल में 80% हड़ताल हुई है.'

उन्होंने कहा कि, 'ममता दी की सरकार में बंगाल सोनार बांग्ला नहीं बनेगा. भाजपा को सत्ता में लाएं और पांच साल में हम सपने को साकार करेंगे. ममता दी सरकार पीएम मोदी को पश्चिम बंगाल का विकास करने की अनुमति नहीं दे रही है. आपने कम्युनिस्टों को 2 दशक तक और ममता दी को 10 साल तक मौका दिया. क्या उन्होंने राज्य का विकास किया? नहीं. हमें पाँच साल दीजिए, हम बंगाल को सोनार बांग्ला में बदल देंगे.'