मयूर पंख से दूर होते हैं सभी ग्रह के दोष, करें यह खास उपाय

Feb 25 2020

मयूर पंख से दूर होते हैं सभी ग्रह के दोष, करें यह खास उपाय

हिंदू धर्म में मयूर पंख यानि की मोर के पंख का खास महत्व है. मान्यताओं के अनुसार, मयूर पंख में सभी देवी-देवताओं, 9 ग्रहों का वास माना जाता है. धार्मिक कथाओं में भगवान शिव ने मां पार्वती को पक्षी शास्त्र में वर्णित मयूर पंख के महत्व की जानकारी दी है. ऐसा कहा जाता है कि मयूर पंख से सभी ग्रहों के कलेश को दूर किया जा सकता है. आइए जानते हैं किन ग्रह दोषों में मयूर पंख का इस्तेमाल कैसे किया जा सकता है.

शनि ग्रह की शांति के लिए : जो लोग शनि ग्रह से परेशानियां हो रही हैं. वो शनिवार के दिन तीन मयूर पंख ले. इसके बाद मयूर पंख के नीचे काला धागा बांधे. अब थाली में पंखों के साथ तीन सुपारियों को रखें. थाली पर गंगाजल छिड़कें और ॐ शनैश्वराय नमः जाग्रय स्थापय स्वाहा: मंत्र का जप 21 बार करें. मंत्र का जप करने के उपरान्त मिट्टी से बनें तीन दीपक तेल डालकर शनिदेव का अर्पित करें. इससे शनि संबंधी दोष दूर होता है.

चंद्र हेतु : चंद्र के लिए सोमवार को 8 मयूर पंख लें. पंख के नीचे सफेद धागा बांधे. इसके बाद एक स्टील या पीतल की थाली लकर उसमें आठ सुपारियां और धागा बांधा हुआ मयूर पंख रखें. इसके बाद एक लौटे में गंगाजल लें और थाली पर छिड़कते हुए ॐ सोमाय नमः जाग्रय स्थापय स्वाहा: मंत्र का जप 21 बार करें. जिस दिन चंद्र के लिए यह उपाय दिन में करें उसी रात को पान के 5 पत्ते चंद्रमा को अर्पित करते हुए प्रार्थना करें.

गुरु हेतु : गुरु के लिए बृहस्पतिवार के दिन 5 मयूर पंख को लें. इसके बाद इसमें पीले रंग का धागा बांधें. इसके बाद एक थाली में पंखों के साथ पांच सुपारियां रखें. गंगाजल छिड़कते हुए 21 बार इस मंत्र का जप करें-ॐ बृहस्पते नमः जाग्रय स्थापय स्वाहा:. ग्यारह केले बृहस्पति देवता को अर्पित करें. बेसन का प्रसाद बनाकर गुरु ग्रह को चढ़ाएं.