शाहीन बाग में दूसरे दिन भी नहीं बनी बात, साधना रामचंद्रन बोलीं- कल फिर आएंगे

Feb 20 2020

शाहीन बाग में दूसरे दिन भी नहीं बनी बात, साधना रामचंद्रन बोलीं- कल फिर आएंगे

नई दिल्ली. सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के आदेश के बाद गुरुवार को फिर दोनों वार्ताकार संजय हेगड़े और साधना रामचंद्रन शाहीन बाग (Shaheen Bagh) प्रदर्शनकारियों से बात करने पहुंचे. इस दौरान वार्ताकार साधना रामचंद्रन ने कहा कि हमारी मध्यस्थता वार्ता जारी है और हम कल फिर से शाहीन बाग आएंगे. हालांकि पहले वो काफी नाराज हो गईं थीं और बातचीत के दौरान एक प्रदर्शनकारी ने सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका को गलत कह दिया था. साधना ने कहा कि यहां ऐसे ही माहौल रहा तो हम कल नहीं आ पाएंगे. वार्ताकारों ने किसी दूसरी जगह पर मिलने की बात कही है, जहां सिर्फ महिलाएं हों.

प्रदर्शन किसी को परेशान करने के लिए नहीं होना चाहिए
वहीं वार्ताकार संजय हेगड़े ने कहा कि प्रदर्शन से किसी को परेशानी नहीं होनी चाहिए. हम चाहते हैं कि शाहीन बाग का प्रदर्शन देश के लिए मिसाल हो. जब तक सुप्रीम कोर्ट है आपकी बात सुनी जाएगी. आप पिछले 2 महीनों से बैठे हुए हैं, हम भारत में एक साथ रहते हैं ताकि दूसरों को असुविधा न हो. वार्ताकार जब मंच से संबोधित कर रहे थे, उस वक्त मीडिया को दूर रखा गया था.

15 दिसंबर से चल रहा प्रदर्शन

बता दें, शाहीन बाग में संशोधित नागरिकता कानून (CAA), एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ मुस्लिम समुदाय के लोग प्रदर्शन कर रहे हैं. यह प्रदर्शन 15 दिसंबर से लगातार जारी है. इन प्रदर्शनों पर दिल्ली चुनाव के दौरान भी काफी राजनीति भी हुई.रविवार तक जारी रहेगी बातचीत इस दौरान मध्यस्थों ने मीडिया से बातचीत में कहा कि वे रविवार तक प्रदर्शनकारियों से बातचीत जारी रखेंगे.

इस दौरान साधना रामचंद्रन ने कहा था कि वे लोग प्रदर्शनकारियों से बातचीत करने के लिए गुरुवार को फिर आएंगे. इससे पहले संजय हेगड़े और साधना रामचंद्रन ने शाहीन बाग में प्रदर्शनकारियों से बातचीत की. बुधवार को मीडिया से बातचीत में संजय हेगड़े ने वहां कहा प्रदर्शनकारियों की बात सुनने के लिए वहां आने की बात कही थी.

मीडिया के सामने बातचीत से किया था इनकारइस दौरान मध्यस्थों ने मीडिया के सामने बातचीत करने से इनकार कर दिया था. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने तीसरे मध्यस्थ वजाहत हबीबुल्लाह को बुलाने की मांग की. जिन्हें वहां बुलाया भी गया. बता दें कि दिल्ली के शाहीन बाग में इलाके में 15 दिसंबर 2019 से संशोधित नागरिकता कानून और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर के खिलाफ महिलाओं और बच्चे प्रदर्शन कर रहे हैं.