CAA के खिलाफ प्रदर्शन में कुरान की आयतों संग गूंजे मंत्र, संविधान की रक्षा के लिए रखा उपवास

Jan 23 2020

CAA के खिलाफ प्रदर्शन में कुरान की आयतों संग गूंजे मंत्र, संविधान की रक्षा के लिए रखा उपवास

इंडिया इमोशंस न्यूज ऐतिहासिक घंटाघर पार्क में सीएए व एनआरसी के विरोध के मंच पर कुरान की आयतों संग मंत्रों की गूंज भी सुनाई दी। यहां पिछले छह दिनों से प्रदर्शन कर रही मुस्लिम महिलाओं को समर्थन देने पहुंची हिंदू महिलाओं ने हवन कर एकता की मिसाल पेश की।

बुधवार को प्रदर्शनकारी 413 महिलाओं ने रोजा रखा तो दर्जन भर हिंदू महिलाओं ने भी संविधान की रक्षा के लिए उपवास किया। उधर, गोमतीनगर में महिलाओं का विरोध प्रदर्शन जारी है।

घंटाघर पर बुधवार को पंडित राजवीर हवन कर मंत्र पढ़ रहे थे तो हवन में शामिल पूजा शुक्ला, सुनीता रावत, शिप्रा अवस्थी उनका साथ दे रहीं थीं। इसी बीच जेबा यास्मीन, तबस्सुम खान, राशिदा, सदफ जाफर और हुस्नआरा कुरान की आयतें पढ़ रही थीं।

इस दौरान घंटाघर पर तिरंगे लहराते रहे और देशभक्ति के गीत गूंजते रहे। शाम को सभी महिलाओं ने एक साथ रोजा इफ्तार व व्रत खोल कर संदेश दिया कि हमारी एकता अटूट है।

सुभाषिनी अली भी पहुंचीं
घंटाघर पर महिलाओं के विरोध प्रदर्शन को समर्थन देने बुधवार को एडवा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुभाषिनी अली भी पहुंचीं। उन्होंने कहा कि ये आंदोलन संविधान व देश बचाने के लिए है। एपवा की प्रदेश अध्यक्ष कृष्णा अधिकारी, सचिव कुसुम वर्मा, सह सचिव मीना ने भी महिलाओं को समर्थन दिया।

लविवि की पूर्व कुलपति एवं साझी दुनियां की अध्यक्ष डॉ. रूप रेखा वर्मा, मधु गर्ग, नाइश हसन, वंदना राय, प्रो. रमेश दीक्षित, श्रमयोगी भी समर्थन में घंटाघर पहुंचे। मैग्सेसे विजेता संदीप पांडेय दूसरे दिन भी चरखे से सूत कात कर गांधी के विचारों को महफूज रखने का संदेश दिया।

प्रदर्शनकारी 72 महिलाएं बीमार
भीषण ठंड व कोहरे में खुले आसमान के नीचे छह दिन से प्रदर्शन कर रही महिलाएं बीमार हो रही हैं। उनकी मदद के लिए लगे चिकित्सा शिविर में बुधवार को 72 महिलाओं का परीक्षण कर दवाएं दी गईं। चिकित्सक ने बताया कि अधिकांश महिलाओं को सर्दी, खासी व बदन दर्द के साथ बुखार की शिकायत थी। बीते चार दिनों में करीब 500 महिलाओं का परीक्षण कर दवाएं दी गईं।

अधिवक्ता बोले, निशुल्क लड़ेंगे केस
अधिवक्ता मो. रिजवान, अरशद आलम, हबीब सिद्दीकी, विष्णु अग्रवाल, निशी शुक्ला, तस्नीम अहमद, मो. हमजा सहित सैकड़ों अधिवक्ताओं ने प्रदर्शकारी महिलाओं का उत्साह बढ़ाया। प्रदर्शनकारी महिलाओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने पर नाराजगी जताते हुए उनका केस निशुल्क लड़ने की बात कही।

स्थानीय युवक संभाल रहे यातायात
घंटाघर के सामने सड़क पर यातायात संभालने से पुलिस ने अपने हाथ खींचे तो स्थानीय युवकों ने यह जिम्मेदारी संभाल ली। वे शिफ्ट में यातायात बहाल रखने में योगदान दे रहे हैं।