बर्खास्त डीएसपी देविंदर सिंह पर कसा शिकंजा, कोर्ट ने 15 दिनों की NIA हिरासत में भेजा

Jan 23 2020

बर्खास्त डीएसपी देविंदर सिंह पर कसा शिकंजा, कोर्ट ने 15 दिनों की NIA हिरासत में भेजा

इंडिया इमोशंस न्यूज आतंकवादियों की मदद करने के आरोप में गिरफ्तार जम्मू कश्मीर पुलिस के उपाधीक्षक दविंदर सिंह को गुरुवार (23 जनवरी) को यहां एक विशेष अदालत में पेश किया गया जहां से उसे और चार सह-आरोपियों को 15 दिन की एनआईए हिरासत में भेज दिया गया। एनआईए ने सिंह के साथ गिरफ्तार हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकवादी के भाई सैयद इरफान को भी आज गिरफ्तार कर लिया और उसे भी अदालत में पेश किया।

अधिकारियों ने बताया कि सिंह को उन दो आतंकवादियों के साथ विशेष एनआईए अदालत में पेश किया गया जिन्हें वह जम्मू कश्मीर से बाहर भेजने में मदद कर रहा था। इनके दो सहयोगियों को भी अदालत में पेश किया गया। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने सभी पांच लोगों से पूछताछ के लिए उनकी 15 दिन की हिरासत मांगी। अदालत ने आग्रह स्वीकार कर लिया।

आरोपियों को बख्तरबंद वाहन में अदालत लाया गया। उनके चेहरे ढके हुए थे। अदालत परिसर के बाहर कई मीडियाकर्मी मौजूद थे। गत सप्ताहांत जांच अपने हाथ में लेने वाली एनआईए इन लोगों को दक्षिण कश्मीर के कुलगाम से बुधवार (22 जनवरी) को यहां लेकर आई थी। गिरफ्तारी के बाद दविंदर सिंह को निलंबित किया जा चुका है।

केंद्रीय गृह मंत्रालय से आदेश मिलने के बाद एनआईए ने देविंदर और तीन आतंकवादियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। एक दिन पहले बुधवार को एनआईए ने श्रीनगर में देविंदर सिंह के घर पर फिर से छापे मारे थे।

गौरतलब है कि 11 जनवरी को हिजबुल मुजाहिदीन के शीर्ष कमांडर नवीद बाबू, उसके साथी रफी और इरफान नाम के एक वकील के साथ कुलगाम के पास हाईवे पर एक कार से गिरफ्तार किया गया था। वह कथित रूप से इरफान के साथ पाकिस्तान यात्रा करने में मदद करने के लिए नवीद को जम्मू ले जा रहे थे।

देविंदर सिंह का डीजीपी पदक और प्रशस्ति पत्र जब्त

इससे पहले जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने सोमवार को निलंबित पुलिस उपाधीक्षक देविंदर सिंह से डीजीपी का प्रशस्ति पदक और प्रशस्ति पत्र जब्त कर लिया था। सिंह को जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों की मदद करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। इससे पांच दिन पहले निलंबित अधिकारी से शेर-ए-कश्मीर पुलिस मेडल भी ले लिया गया था। पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह की ओर से पदक जब्त करने का आदेश जारी हुआ था।