हांगकांग: डबल डेकर बस पेड़ से टकराइ पांच लोगों की मौत, दर्जन भर लोग घायल

Dec 19 2019

हांगकांग: डबल डेकर बस पेड़ से टकराइ पांच लोगों की मौत, दर्जन भर लोग घायल

इंडिया इमोशंस न्यूज डेस्क, नई दिल्ली लखनऊ। अपने देश की सरकारी परिवहन व्यवस्था में चलने वाली यात्री बसों के दुर्घटनाग्रस्त होने और यात्रियों के मारे जाने की खबरें तो अकसर सुनायीं देतीं हैं। दुर्घटना की जांच होती है तो पता लगता है कि, बसें ज्यादा हैं और ड्राइवर्स कम नतीजतन थकान के कारण ड,ाइवर्स को नींद आ जाती है और बसें दुर्घटना का शिकार हो जाती हैं...लेकिन हांगकांग जैसे विकसित और आधुनिक व्यवस्था में भी चलने वाली यात्री बसें चालकों की थकान के कारण घातक दुर्घटना का शिकार हो रहीं हैं।

हांगकांग में बुधवार (18 दिसंबर) को एक डबल डेकर बस की पेड़ से टक्कर में पांच लोगों की मौत हो गई और दर्जन भर लोग घायल हो गए। पुलिस ने यह जानकारी दी। घटना स्थल की लाइव फुटेज में देखा जा सकता था कि कैसे दमकलकर्मी बस की ऊपरी डेक में फंसे यात्रियों तक पहुंचने की कोशिश कर रहे रहे थे।

पीड़ितों को एक काले रंग के बॉडी बैग में निकालकर चीन की सीमा से सटे एक इलाके किवु तुंग में सड़क के किनारे एक स्थान पर ले जाया जा रहा था। उस स्थान पर “अस्थायी शवगृह” का बोर्ड लगा हुआ था। पुलिस ने बताया कि घटना में पांच लोग मारे गए हैं और दर्जनों लोग घायल हो गए हैं।

शहर के अस्पताल प्राधिकरण ने बताया कि इस दुर्घटना के बाद अस्पताल में बड़ी दुर्घटनाओं के लिए आपातकालीन सुविधाओं को सक्रिय कर दिया गया है। हांगकांग दुनिया की सबसे अच्छी सार्वजनिक परिवहन प्रणाली वाले देशों में से एक है। लेकिन ऐसी घातक बस दुर्घटनाएं भी होती रहती हैं।

भारी आबादी वाले इस शहर में कई घुमावदार, संकीर्ण और खड़ी सड़कें हैं। लेकिन यूनियनों का कहना है कि अधिक काम करने से चालकों का थकना भी आम बात है। पिछले साल हांगकांग में कई बस दुर्घटनाएं दर्ज हुई थीं। फरवरी 2018 में उत्तरी हांगकांग में एक तेज डबल-डेकर पलटने से 19 लोगों की मौत हो गई थी।

नवंबर में कैथे पैसिफिक के कर्मचारियों को हांगकांग के हवाई अड्डे पर ले जाने वाले एक कोच की टैक्सी से टक्कर में पांच लोगों की मौत हो गई थी। दिसंबर में एक स्कूल बस की सड़क दुर्घटना में चार लोगों की मौत हो गई थी। 2003 में एक डबल डेकर बस एक ट्रक से टकरा कर पुल से गिर गई थी जिसमें 21 लोग मारे गए थे और 20 घायल हो गए थे।