सहारा हास्पिटल में वाल्व की जटिल सर्जरी सफल, मरीज स्वस्थ्य

Jul 16 2019

सहारा हास्पिटल में वाल्व की जटिल सर्जरी सफल, मरीज स्वस्थ्य
डा. विशाल श्रीवास्तव ने मरीज को उसकी समस्या से छुटकारा दिलाया

 indiaemotions news network, लखनऊ। एनएबीएच व एनएबीएल मान्यता प्राप्त गोमतीनगर स्थित सहारा हास्पिटल में वाल्व की खराबी को दूर करके मरीज की जान बचायी। यह मरीज चलने-फिरने को मोहताज था लेकिन हास्पिटल के कार्डियोथोरेसिक सर्जन डा. विशाल श्रीवास्तव ने इस मरीज को उसकी समस्या से छुटकारा दिलाया ।


जिला बलरामपुर निवासी 36 वर्षीय कैलाश को सांस फूलने की वजह से सांस लेने में दिक्कत थी। उन्होंने स्थानीय हास्पिटल में दिखाया, जहां कुछ जांचों को बाद दवाएं दी गयीं लेकिन मरीज को लाभ नहीं हुआ।

कई साल पहले इस मरीज के एक वाल्व की सर्जरी हुई थी। अब मरीज का दूसरा वाल्व खराब हो गया। ऐसी हालत में उसके हृदय काफी कमजोर हो चुका था।और कई जगह परामर्श लिया पर जोखिम की वजह से सभी ने सर्जरी करने से मना कर दिया था तब एक रिश्तेदार ने सहारा हास्पिटल में दिखाने की बात कही।


इस पर मरीज को कार्डियोथोरेसिक सर्जन डा. विशाल श्रीवास्तव को दिखाया गया। मरीज की जांच रिपोर्ट के आधार पर डा. श्रीवास्तव ने इसे चुनौतीपूर्ण केस मानते हुए रीडू सर्जरी करने का फैसला लिया। इस आपरेशन के लिए मरीज की छाती को दोबारा खोलना पड़ा।

डा. विशाल ने बताया कि इस सर्जरी में मरीज की जान का काफी जोखिम था। सर्जरी के दौरान इस बात का खास ध्यान रखा गया कि वाल्व जो पहले किसी हास्पिटल में लगाया गया था, वह खराब न होने पाए। डा. ने सर्जरी के बाद नया वाल्व लगा दिया ।

ठीक होने पर जब मरीज को पता चला कि इतनी जटिल सर्जरी में सफलता मिली तो उसने आभार व्यक्त किया। एक सप्ताह चले इलाज के बाद मरीज को हास्पिटल से छुट्टी दे दी गयी और वह पूरी तरह से स्वस्थ हो गया।


सहारा इंडिया परिवार के सीनियर एडवाइजर अनिल विक्रम सिंह ने बताया कि माननीय सहाराश्री ने मरीजों के इलाज के लिए ऐसा हास्पिटल बनाया है, जहां अति कुशल चिकित्सकों की टीम निरंतर जटिल सर्जरी करके मरीजों को नया जीवन दे रही है।

श्री सिंह ने बताया कि अब सहारा हास्पिटल में रीडू सर्जरी की सुविधा उपलब्ध है और मरीजों को मुम्बई व दिल्ली जाने की जरूरत नहीं है। वहां से कम खर्च में मरीजों को यहां उपचार मिलता हैं।