गेस्ट हाउस कांड : मुलायम पर से केस वापस लेने पर अखिलेश ने मायावती का जताया आभार, कही ये बातें

Nov 08 2019

गेस्ट हाउस कांड : मुलायम पर से केस वापस लेने पर अखिलेश ने मायावती का जताया आभार, कही ये बातें

इंडिया इमोशंस न्यूज सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बसपा प्रमुख मायावती द्वारा गेस्ट हाउस कांड में मुलायम सिंह यादव पर दर्ज किए गए केस को वापस लेने पर आभार जताया है। अखिलेश ने कहा कि हमारे बीच कोई खटास नहीं है और ये एक स्वागत योग्य फैसला है।
बता दें कि सपा-बसपा गठबंधन के बाद लोकसभा चुनाव की साझा चुनावी रैलियों के बीच अखिलेश यादव ने बसपा नेतृत्व से गेस्ट हाउस कांड में नामजद मुलायम सिंह के खिलाफ दर्ज कराया गया मुकदमा वापस लेने का आग्रह किया था।

अखिलेश यादव शुक्रवार को सपा मुख्यालय में मीडिया को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर उन्होंने नोटबंदी से बर्बाद हुई अर्थव्यवस्था के मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेरा। अखिलेश ने कहा कि नोटबंदी से व्यापार बर्बाद हो गए हैं। युवाओं की नौकरियां चली गई हैं। कहा तो ये गया था कि आतंकवाद और नक्सलवाद खत्म हो जाएगा लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ लेकिन सरकार लगातार लोगों का ध्यान बंटाने का काम कर रही है।

अखिलेश ने कहा कि लोगों के दुख और तकलीफें देखकर हम कह सकते हैं कि वो इस सरकार से छुटकारा पाना चाहते हैं और यूपी में 2022 में सपा की सरकार बनेगी। लोग परेशान हैं उनके पास काम नहीं और जानवर किसानों की फसलें बर्बाद कर रहे हैं।

नोटबंदी ने बैंकिंग सिस्टम को बर्बाद कर दिया है। सरकार को युवाओं को रोजगार देने पर ध्यान लगाना चाहिए। उन्होंने सपा कार्यालय में नोटबंदी के दौरान पैदा हुए बच्चे खजांची का केक काटकर जन्मदिन मनाया और उसे शुभकामनाएं दी।


सरकार बताए कि पीएफ घोटाले में किसको बचा रही सरकार
अखिलेश यादव ने यूपीपीसीएल में हुए पीएफ घोटाले पर कहा कि सरकार को बताना चाहिए कि कर्मचारियों का पैसा कब- कब निवेश किया गया। सरकार बताए कि वो किसको बचाने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि ऊर्जा मंत्री को हटाया जाना चाहिए लेकिन वो तो अब तक अपनी कुर्सी पर बैठे हुए हैं।

अखिलेश ने कहा कि यूपी में इस समय सबसे भ्रष्ट सरकार है। हर जगह भ्रष्टाचार हो रहा है। कानून व्यवस्था लगातार खराब होती जा रही है पर कोई बोलने वाला नहीं है।

इस मौके पर बसपा के पूर्व कैबिनेट मंत्री कमलकांत गौतम अपने समर्थकों के साथ सपा में शामिल हो गए। उन्होंने अपनी बहुजन उत्थान पार्टी का सपा में विलय कर दिया और अखिलेश यादव को 2022 में प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाने का वादा किया।