अयोध्‍या से जनकपुर जाएगी राम बारात, पीएम नरेंद्र मोदी-नेपाल के राज परिवार को भेजा गया आमंत्रण

Nov 16 2019

अयोध्‍या से जनकपुर जाएगी राम बारात, पीएम नरेंद्र मोदी-नेपाल के राज परिवार को भेजा गया आमंत्रण

इंडिया इमोशंस न्यूज नई दिल्‍ली : अयोध्‍या (Ayodhya) में राम मंदिर (Ram Mandir) के पक्ष में सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के फैसले के बाद लोगों में काफी उल्‍लास का माहौल है. फैसले के बाद विश्‍व हिन्‍दू परिषद (Vishwa Hindu Parishad) अगले हफ्ते राम विवाह (Ram Vivah) को लेकर व्‍यापक तैयारी कर रही है. विश्‍व हिन्‍दू परिषद की योजना के अनुसार, राम विवाह से पहले अयोध्‍या से राम बारात (Ram Barat) निकालने की है, जो जनकपुर (नेपाल) तक जाएगी. राम बारात को धूमधाम से निकालने की योजना बनाई जा रही है. यह भी प्‍लानिंग है कि उत्‍तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ (CM Yogi Adityanath) और नेपाल के राजपरिवार (Royal Family of Nepal) के सदस्‍य इस राम बारात में शामिल हों. विश्‍व हिन्‍दू परिषद की मानें तो राम बारात 21 नवंबर को धूमधाम से निकाली जाएगी. विभिन्न पड़ावों से होते हुए राम बारात 28 नवंबर को जनकपुर पहुंचेगी. जनकपुर में दशरथ मंदिर के प्रांगण में 29 नवंबर को तिलकोत्सव, 30 नवम्बर को कन्या पूजन और मटकोर का आयोजन किया जाएगा.

विश्‍व हिन्‍दू परिषद के एक पदाधिकारी ने बताया, विवाहोत्सव से पहले रामलीला में धनुष यज्ञ का आयोजन करने पर भी विचार किया जा रहा है. रात में विधिपूर्वक विवाह संपन्न होगा. दो दिसंबर को कलेवा के आयोजन के बाद निर्धन लड़कियों का सामूहिक विवाह समारोह का भी आयोजन होगा. तीन दिसम्बर को राम बारात जनकपुर से लौट जाएगी.

राम बारात को बस और कार से ले जाने की योजना है. भगवान के विभिन्‍न स्‍वरूपों से सजा रथ भी राम बारात का हिस्‍सा होगा. इस राम बारात में हरिद्वार, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के संतों के भी शामिल होने की उम्‍मीद है. नेपाल के राज परिवार को भी इसके लिए निमंत्रण भेज दिया गया है.

राम बारात हर पांचवें साल निकाली जाती है. 2004 में इसकी जिम्मेदारी विहिप को मिली थी. पहले यह बारात अयोध्या में ही निकाली जाती थी, लेकिन अब विश्‍व हिन्‍दू परिषद ने जनकपुर तक राम बारात निकालने का फैसला किया है. बारात के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भी आमंत्रित किया गया है.