जम्मू-कश्मीर और लद्दाख केंद्रशासित प्रदेशों के गठन के बाद सामने आया ये नया नक्शा
इंडिया इमोशंस न्यूज नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) का बंटवारा हो चुका है. लद्दाख (Ladakh) के साथ जम्मू-कश्मीर को भी केंद्र शासित प्रदेश (Union Territory) बना दिया गया है. जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के बीच संपत्ति के बंटवारे के लिए गृह मंत्रालय (Home Ministry) में एक समिति बनाई गई है. समिति की रिपोर्ट आने के बाद संपत्ति बंटवारे का काम शुरू होगा. इस बीच सरकार ने दोनों केंद्र शासित प्रदेशों का नक्शा भी जारी किया है.
जम्मू और कश्मीर और लद्दाख के केंद्र शासित प्रदेशों के गठन के बाद सरकार ने एक नया मानचित्र जारी किया है. इस नक्शे के अनुसार, दोनों केंद्रशासित राज्यों का भूगोल बदल गया है. खास बात यह है कि इसके बाद देश का आंतरिक भूगोल, सामान्य ज्ञान के सवाल और परीक्षाओं में पूछे जाने वाले सवाल भी अब बदल जाएंगे. बात भूगोल की है तो सबसे पहले ये जानना जरूरी है कि अब भारत के आंतरिक नक्शे में भी बड़ा बदलाव हो चुका है. देश में नौ केंद्र शासित प्रदेश बन गए हैं, जोकि 30 अक्टूबर तक सिर्फ सात थे. वहीं, राज्यों की संख्या अब 28 हो गई. पहले ये संख्या 29 थी.
The new maps of the Union Territory of Jammu and Kashmir & Union Territory of Ladakh. The two Union Territories formally came into existence on 31st October, 2019. pic.twitter.com/mFe4mWbrQB
— ANI (@ANI) November 2, 2019
जम्मू-कश्मीर में आज 31 अक्टूबर यानी सरदार वल्लभ भाई पटेल (Vallabh Bhai Patel) की जयंती के दिन से केंद्र सरकार के 106 कानून लागू हो गया है. रनबीर पेनल कोड (Ranveer Penal Code) के बदले आईपीसी (IPC) लागू हो गया है. बता दें कि इससे पहले अनुच्छेद 370 (Article 370) के तहत जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा होने के चलते केंद्र सरकार के कानून वहां लागू नहीं होते थे.
दोनों ही केंद्र शासित प्रदेशों में राज्य के पुराने 166 और फिर राज्यपाल के कानून भी लागू होंगे. दूसरी ओर, राज्य के 153 कानून खत्म हो जाएंगे. जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के केंद्र शासित प्रदेश बन जाने के बाद लोकसभा और जम्मू-कश्मीर में विधानसभा सीटों के परिसीमन का काम भी जल्द ही शुरू कर दिया जाएगा. आइए, जानते हैं जम्मू-कश्मीर कब-कब क्या बड़े बदलाव लागू हुए हैं.