कमलेश तिवारी हत्याकांड में ISIS पर हत्या का शक! DGP बोले-जल्द हो सकता है खुलासा
इंडिया इमोशंस न्यूज नई दिल्ली। हिंदू समाज पार्टी के नेता और हिंदू महासभा के पूर्व नेता कमलेश तिवारी हत्याकांड के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। आतंकी संगठन आईएसआईएस (ISIS) पर हत्या का शक है। कमलेश तिवारी आईएसआईएस आतंकियों के निशाने पर थे। साल 2017 में गुजरात एटीएस ने ISIS के उबैद मिर्ज़ा और कासिम को गिरफ्तार किया था। गुजरात एटीएस के अलावा सेंट्रल एजेंसी ने भी आतंकियों से पूछताछ की थी। दोनों आतंकियों ने पूछताछ में कमलेश तिवारी का नाम लिया था।
उबैद और कासिम को उनके हैंडलर ने वीडियो दिखाकर कमलेश तिवारी को मारने के लिए कहा था। बता दें कि गुजरात एटीएस ने चार्जशीट दाखिल की थी जिसमें कमलेश तिवारी की हत्या की साजिश के बारे में भी खुलासा किया था। गुजरात एटीएस के पास कमलेश तिवारी से संबंधित आतंकियों की चैटिंग और सबूत मौजूद हैं। गुजरात एटीएस ने आतंकियों से पूछताछ में कमलेश तिवारी को लेकर हुए खुलासे की जानकारी सेंट्रल एजेंसी को भी दी थी।
एसटीएफ कर रही है जांच, जल्द हो सकता है खुलासा...
कमलेश तिवारी हत्याकांड में यूपी के डीजीपी ओपी सिंह ने कहा है कि हमने घटना की जांच के लिए एसटीएफ को लगा दिया है। साथ ही एक स्मॉल टीम भी गठित की है। जिन लोगों ने हत्या की वे लोग इनके परिचित बताए जाते हैं। वे मिठाई लेकर पहुंचे थे और कमलेश के साथ तकरीबन आधे घंटे तक रुके थे। हमें इस घटना के बाद कई सबूत मिले हैं। हम जल्द ही इस मामले का हम खुलासा कर लेंगे।
आरोपियों की तस्वीरें आई सामने...
वहीं, कमलेश तिवारी की हत्या के आरोपियों की पहली तस्वीरें सामने आ गई हैं। CCTV में दोनों हमलावर कमलेश के दफ़्तर के बाहर नज़र आ रहे हैं। दोनों संदिग्धों ने भगवा रंग के कपड़े पहन रखे हैं।
गौरतलब है कि हिंदू समाज पार्टी के नेता और हिंदू महासभा के पूर्व नेता कमलेश तिवारी की शुक्रवार को दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई। उन्हें तत्काल ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया। भगवा वस्त्र पहने हमलावर मिठाई का डिब्बा सौंपने के बहाने खुर्शीद बाग इलाके में स्थित तिवारी के कार्यालय में घुसे थे।
हिंदू महासभा के पूर्व नेता कमलेश तिवारी ने वर्ष 2017 जनवरी में ही हिंदू समाज पार्टी की स्थापना की थी। तिवारी इससे पहले हिंदू महासभा के अध्यक्ष रह चुके थे।