रोहित शर्मा बने मैन ऑफ द मैच, लेकिन असल हीरो तो उमेश यादव रहे

Oct 22 2019

रोहित शर्मा बने मैन ऑफ द मैच, लेकिन असल हीरो तो उमेश यादव रहे

इंडिया इमोशंस न्यूज भारत और दक्षिण अफ्रीका (India vs South Africa) के बीच खेली गई सीरीज गई सीरीज में भारत ने दक्षिण अफ्रीका को 3-0 से हरा दिया. तीसरा टेस्‍ट मैच चौथे दिन महज दो ही ओवर में खत्‍म हो गया. भारत ने यह मैच पारी और 202 रन से जीत लिया. तीसरे दिन का खेल खत्‍म होने तक भारत जीत से महज दो विकेट दूर था. चौथे दिन दूसरे की ओवर में शाहबाज नदीम ने दोनों विकेट एक ही ओवर में ले लिए और मैच खत्‍म हो गया.

इस मैच में भारत ने अपनी पहली पारी नौ विकेट के नुकसान पर 497 रनों पर घोषित की थी. इसके बाद तीसरे ही दिन दक्षिण अफ्रीका को पहली पारी में 162 रनों पर ढेर कर उसे फालोआन दिया. दूसरी पारी में भी दक्षिण अफ्रीका की स्थिति बदल नहीं सकी और टीम लगातार विकेट खोती रही. तीसरे दिन का खेल खत्‍म होने तक दक्षिण अफ्रीकी टीम भारत से 203 रन पीछे थी, चौथे दिन इसमें एक ही रन का इजाफा और कर सकी और पारी व 202 रन से मैच हार गई.

मैच के बाद रोहित शर्मा (Hitman Rohit Sharma) को मैन आफ द मैच (Man of the match Rohit Sharma) का खिताब दिया गया. रोहित शर्मा (Rohit Sharma)ने मैच की पहली ही पारी में दोहरा शतक जड़ दिया था. यह रोहित का टेस्‍ट क्रिकेट में पहला दोहरा शतक (Rohit Sharma double century)था. इससे पहले वे एक दिवसीय मैचों में दोहरा शतक जड़ चुके हैं, लेकिन टेस्‍ट में ज्‍यादा मौके न मिलने के कारण वे अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन नहीं कर सके थे. इस बार उन्‍हें पहली दफा टेस्‍ट में ओपनिंग करने का मौका मिला और उन्‍हें पहले ही मैच से शानदार बल्‍लेबाजी का मुजायरा किया. पहले ही मैच की दोनों पारियों में उन्‍होंने शतक जड़े थे. इसके बाद दूसरी पारी में वे ज्‍यादा सफल नहीं रहे थे, लेकिन तीसरे टेस्‍ट में उन्‍होंने इसका बदला लिया और दोहरा शतक ठोक दिया.

तीसरे और आखिरी टेस्‍ट में हिटमैन रोहित शर्मा ने 212 रन बनाए और इसके लिए 255 गेंदों का सामना किया. इस दौरान उन्‍होंने 28 चौके और छह आसमानी छक्‍के उड़ाए. यही कारण रहा कि उन्‍हें मैन आफ द मैच का खिताब दिया गया. इस सीरीज में सबसे ज्‍यादा रन बनाने वाले बल्‍लेबाजी भी रोहित शर्मा ही रहे. उन्‍होंने कुल 529 रन बनाए. उन्‍होंने तीन मैचों में कुल चार पारियां खेली और 132 से भी ज्‍यादा के औसत से रन बनाए. इसके बाद सबसे ज्‍यादा रन बनाने के मामले में मयंक अग्रवाल रहे, उन्‍होंने 340 रन बनाए. भारतीय कप्‍तान विराट कोहली तीसरे नंबर पर रहे, उन्‍होंने कुल 317 रन बनाए. इस तरह पूरी सीरीज में सबसे ज्‍यादा रन बनाने के मामले में भारतीय बल्‍लेबाज ही थे. रोहित शर्मा भले ही मैन आफ द मैच बन गए हों, लेकिन इस मैच के असल हीरो तो तेज गेंदबाज उमेश यादव की रहे. गेंदबाजी तो वे करते ही हैं, लेकिन बल्‍लेबाजी में जिस तरह का प्रदर्शन उन्‍होंने किया, जिससे कई रिकार्ड ध्‍वस्‍त हो गए थे, उनकी बल्‍लेबाजी देखने लायक थी.

तीसरे टेस्‍ट मैच में सबसे मजेदार क्षण तब आया, जब तेज गेंदबाज उमेश यादव ने आते ही छक्‍कों की झड़ी लगा दी. उमेश यादव ने ऐसी बल्‍लेबाजी की कि लगा कि वे T-20 खेल रहे हैं. उमेश यादव ने कुल 10 गेंदों का सामना किया और उसी में 31 रन ठोक दिए. उमेश यादव ने दनादन पांच छक्‍के जड़ दिए. तीन छक्‍के तो उन्‍होंने लगातार जड़ दिए. खास बात यह रही कि उमेश की पारी में एक भी चौका नहीं था. वहीं उमेश की देखा देखी मोहम्‍मद शमी ने भी छक्‍का जड़ दिया. वैसे तो उमेश यादव छक्‍के कम ही मारते हैं, वे अपनी गेंदबाजी के लिए जाने जाते हैं. लेकिन तीसरे मैच की अपनी छोटी पारी में उमेश ने बल्‍ले से भी अपना दम दिखाया. उमेश यादव की अब तक टेस्‍ट पारियों की बात करें तो वे अब तक 42 टेस्‍ट खेल चुके हैं, इसकी 47 पारियों में उन्‍हें बल्‍लेबाजी का मौका मिला. इस दौरान वे सिर्फ नौ ही छक्‍के लगा पाए हैं, वहीं 31 चौके भी उन्‍होंने मारे हैं.

एक दिवसीय मैचों में भी उन्‍होंने एक ही छक्‍का मारा है. मजे की बात यह रही कि उमेश यादव ने अपने पांचों छक्‍के जॉर्ड लिंडे की ही गेंदों पर मारे. इस मैच की पहली पारी में वे नौवे नंबर पर बल्‍लेबाजी करने के लिए आए और आते ही अपना जलवा बिखेरना शुरू कर दिया. उमेश ने अपनी पहली ही दो गेंदों पर दनादन छक्‍के मार दिए. लगा कि अब उमेश यादव रुककर बल्‍लेबाजी करेंगे, लेकिन उमेश तो कुछ और ही मन बना चुके थे. वे लगातार हवाई शॉट ही खेलते रहे. वे नौ गेंद में 31 रन बना चुके थे, लेकिन दसवीं गेंद पर फिर हवाई शॉट खेलने के प्रयास में आउट हो गए. उमेश यादव ने इस मैच में 310 के स्‍ट्राइक रेट से बल्‍लेबाजी की है. जो अपने आप में एक रिकार्ड बन गया है. कम से कम दस गेंदों का सामना करने के बाद कोई भी बल्‍लेबाज इतने बड़े स्‍ट्राइक रेट से बल्‍लेबाजी नहीं कर सका है.

टेस्‍ट मैच में क्रीज पर आते ही पहली ही दो गेंदों पर छक्‍के मारे वाले उमेश यादव अब तीसरे खिलाड़ी बन गए हैं. इससे पहले महान सचिन तेंदुलकर और फॉफी विलिसम्‍स ही यह कमाल कर सके हैं. साल 2013 में सचिन तेंदुलकर ने आस्‍ट्रेलिया के खिलाफ आते ही छक्‍के मारने शुरू कर दिए थे, वहीं इंग्‍लैंड के खिलाफ विलियम्‍स ने आते ही छक्‍के मारे थे. वह साल 1948 का था. मजेदार बात तो यह भी है कि बिना एक भी चौका लगाए पांच छक्‍के मारने वाले वे दुनिया के पहले बल्‍लेबाज बन गए हैं.

उमेश यादव से पहले न्‍यूजीलैंड के पूर्व कप्‍तान स्‍टीफन फ्लेमिंग ने साल 2004 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 11 गेंद में 31 रन बनाए थे, अब उमेश यादव ने फ्लेमिंग को पीछे छोड़ दिया है. फ्लेमिंग ने छह चौके और एक छक्‍का लगाया था, जबकि उमेश की पारी में एक भी चौका नहीं था. इस हिसाब से देखें तो मैच के असली हीरो तो उमेश यादव ही थे. उन्‍होंने अपनी छोटी पारी में शानदार प्रदर्शन किया.

अब उनकी गेंदबाजी की बात भी कर ली जाए, जिसके लिए वे जाने और पहचाने जाते हैं. भारतीय बल्‍लेबाजों ने जब विशाल स्‍कोर खड़ाकर दक्षिण अफ्रीका को बल्‍लेबाजी के लिए उतारा तो उमेश यादव ने गेंद से भी अच्‍छा प्रदर्शन किया. पहली पारी में उमेश यादव ने नौ ही ओवर गेंदबाजी की, जिसमें उन्‍होंने 40 रन दिए और तीन विकेट झटके. पहली पारी में वे सबसे ज्‍यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज थे. इसके बाद दक्षिण अफ्रीका को फालोआन के लिए मजबूर होना पड़ा. दूसरी पारी में भी उमेश यादव ने नौ ओवर की गेंदबाजी की और 35 रन देकर दो विकेट झटके. दूसरी पारी में उनसे ज्‍यादा विकेट सिर्फ मोहम्‍मद शमी ही ले सके थे.