कांग्रेस के मंत्री, विधायकों ने याकूब मेमन को बचाने के लिए राष्ट्रपति को लिखी थी चिट्ठी, मचा बवाल

Oct 20 2019

कांग्रेस के मंत्री, विधायकों ने याकूब मेमन को बचाने के लिए राष्ट्रपति को लिखी थी चिट्ठी, मचा बवाल

इंडिया इमोशंस न्यूज मुंबई: महाराष्ट्र के पूर्व कैबिनेट मंत्री नसीम खान, विधायक, अमीन पटेल, विधायक असलम शेख समेत कई कांग्रेसी नेता के आतंकी याकूब मेमन की फांसी की सजा माफ किए जाने और उसे आजीवन कारावास में बदलने की मांग भरा पत्र चुनाव के दौरान सामने आने से महाराष्ट्र में सियासत तेज हो गयी है. उत्तर प्रदेश के सी.एम. योगी ने नेताओं को चुनाव में सबक सिखाने का भाषण देकर महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव का सियासी पारा और चढा दिया है. उधर कांग्रेस विधायक ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ मानहानि का दावा ठोंकने का ऐलान कर राजनीति को गर्मा दिया है.

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के दौरान दरअसल ये पूरा विवाद उठा है कांग्रेसियों की आतंकी याकूब मेमन के हक में लिखी गयी इस चिठ्ठी से. और इसी खत को लेकर मुंबई के एक वकील ने चुनाव आयोग में भी शिकायत दर्ज करा दी है. वकील गौरांग जवेरी ने चुनाव आयोग मे शिकायत दर्ज कराई है. वकील की दलील है कि मुंबई कांग्रेस के इन नेताओं और विधायकों ने भारत सरकार के 'सत्यमेव जयते' प्रतीक चिन्ह का दुरुपयोग किया है और महाराष्ट्र विधानसभा के लेटरहेड का मुंबई बम धमाकों के दोषी याकूब मेमन जैसे देशद्रोही को बचाने के लिए उपयोग किया.

दरअसल 1992-93 मुंबई बम ब्लास्ट के दोषी आतंकी याकूब मेमन की मौत की सजा को आजीवन कारावास में बदलने की राष्ट्रपति को मुंबई कांग्रेस के कई विधायकों ने चिट्ठी लिखी थी. 28 जुलाई 2015 को तत्तकालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को लिखे पत्र में महाराष्ट्र कांग्रेस के कद्दावर नेताओं ने आतंकी याकूब मेमन की मौत की सजा को आजीवन कारावास में बदलने की सिफारिश की थी. इन नेताओं ने भारतीय संविधान की धारा 72 का हवाला देते हुये याकूब मेमन की सजा को कम करने की मांग की थी.

इस चिठ्ठी पर महाराष्ट्र के पूर्व कैबिनेट मंत्री नसीम खान, विधायक अमीन पटेल, विधायक असलम शेख , विधायक आसिफ शेख, विधायक मुज्जफ्फर हुसैन, एम.एल.सी. हुस्नबानों खलीफा, पूर्व विधायक युसुफ अब्राहनी समेत मुंबई कांग्रेस के दूसरे नेताओं के हस्ताक्षर हैं. महाराष्ट्र विधानसभा के लेटर हेड पर ये खत राष्ट्रपति को भेजा गया था.

उत्तर प्रदेश के सी.एम. योगी ने इस मुद्दे को चुनावी रैली मे उठाया था. यू.पी. के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुंबई के पश्चिमी उपनगर मला़ड इलाके में बीजेपी के उम्मीदवार के हक में चुनाव प्रचार करते हुये कांग्रेस के विधायकों की आतंकी याकूब मेंमन की मौत की सजा को आजीवन कारावास में बदलने की उसी चिठ्ठी के मामले को उछाल दिया था और कहा था कि ऐसे विधायक को जेल भेज देना चाहिये. महाराष्ट्र में 21 अक्टूबर को मतदान है. और ठीक मतदान से पहले इस चिठ्ठी पर सियासी जंग छिड गयी है. कांग्रेस के विधायकों ने अपनी सफाई में कहा है कि उन्होंने संविधान के दायरे में ये खत महामहिम राष्ट्रपति को लिखा था.

और इसमें कोई गलत नहीं है. मुंबई से विधायक असलम शेख ने यू.पी. के सी.एम. के खिलाफ केस करने की तैय्यारी शुरु कर दी है. असलम शेख ने कहा कि सी.एम. योगी आदित्यनाथ ने उनके खिलाफ खुले मंच से विवादित बयान देकर उनकी प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाई है और वो योगी के खिलाफ कानूनी कारवाई का ऐलान किया है.

इस खत में दक्षिण मुंबई से कांग्रेस उम्मीदवार अमीन पटेल के भी हस्ताक्षर हैं. और इसी की बिना पर मुंबई के एक वकील ने अमील पटेल के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज करा दी है. चुनाव आयोग के समक्ष दर्ज शिकायत में कहा गया है कि कथित तौर पर इन विधायकों ने भारत सरकार के 'सत्यमेव जयते' प्रतीक चिन्ह का दुरुपयोग किया है एवं विधानसभा के लेटरहेड का मुंबई बम धमाकों के दोषी याकूब मेमन जैसे देशद्रोही को बचाने के लिए उपयोग किया.

मुंबई हाई कोर्ट के एडवोकेट गौरांग जवेरी ने चुनाव आयोग से मुंबादेवी के कांग्रेस उम्मीदवार अमीन पटेल के चुनाव लड़ने पर रोक लगाने की मांग की है. एडवोकेट जवेरी ने चुनाव आयोग में प्रस्तुत अपनी शिकायत में कहा है कि मुंबई में बम धमाके करने के आरोपी याकूब मेमन को बचाने के लिए अमीन पटेल ने राष्ट्रपति को विधानसभा के लेटर हेड पर पत्र लिखा.

इस पत्र में यह भी शिकायत की गई है कि आतंकवादी का समर्थन करने वाले अमीन पटेल का चुनाव लड़ने से तत्काल रोका जाना चाहिए.

याकूब मेमन बांबे सिरीयल बम धमाके का दोषी था जिसे फांसी की सजा दी जा चुकी है.