राजनाथ सिंह से फ्रांस के राष्ट्रपति ने कहा- इस्लामिक आतंकवाद से लड़ाई में हम साथ-साथ है
इंडिया इमोशंस न्यूज नई दिल्ली: आज एक तरफ पूरा देश बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व दशहरा मना रहा है और दूसरी तरफ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह फ्रांस में उस 'अस्त्र' को रिसिव करने गए हैं जिसके आने से भारत के दुश्मन डर के कांपेंगे. राजनाथ सिंह (Rajnath singh) फ्रांसीसी लड़ाकू विमान 'राफेल' (Rafale) को रिसिव करने गए हैं. इतना ही नहीं आज वायुसेना अपना 87वां 'वायुसेना दिवस' भी मना रहा है.
राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) राफेल फाइटर जेट (Rafale jet fighter) को रिसीव करने से पहले फ्रांस के राष्ट्रपति इमैन्युअल मैक्रों के साथ बैठक की. इसके बाद फ्रांस के राष्ट्रपति इमैन्युअल मैक्रों (French President Emnanuel Macron) ने कहा, 'इस्लामिक आतंकवाद से उनकी लड़ाई पूरे ताकत के साथ जारी रहेगी.' न्यूज एजेंसी एएफपी ने इसकी जानकारी दी.
French President Emnanuel Macron vows 'unrelenting fight' against Islamist terror, reports AFP news agency.
— ANI (@ANI) October 8, 2019
He had held a meeting with Defence Minister Rajnath Singh earlier today, in Paris. pic.twitter.com/Q0YAEQR6Hz
फ्रांस के राष्ट्रपति और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बीच पेरिस में बैठक हुई. दोनों के बीच 35 मिनट तक मीटिंग चली. इस दौरान फ्रांस के रक्षा मंत्री भी मौजूद थे. जानकारी के अनुसार इस बैठक में भारत की ओर से आठ लोग शामिल हुए.
जानकारी की मानें तो रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह राफेल लड़ाकू विमान को हासिल करने के लिए पेरिस से मेरिनयाक के लिए निकल गए. वहां वो शस्त्र पूजा करेंगे. इसके बाद राफेल विमान को रिसीव करेंगे और उसमें उड़ान भरेंगे. विजयादशमी के मौके पर भारत फ्रांस से 4 राफेल विमान हासिल करेगा.
बता दें कि भारत ने फ्रांस से कुल 36 राफेल लड़ाकू विमान खरीदे हैं और वो सारे फाइटर जेट 2022 तक हिंदुस्तान आ जाएंगे. सबसे पहले चार विमान आएंगे और इसके बाद भी चार-चार की किस्तों में ही 32 विमान आएंगे.