पीएमसी बैंक मामला : एचडीआईएल के निदेशक सारंग वाधवान और राकेश वाधवान गिरफ्तार
इंडिया इमोशंस न्यूज मुंबई। पीएमसी बैंक (PMC Bank) मामले में पहली गिरफ्तारी हुई है। सारंग वाधवान और राकेश वाधवान को पुलिस ने किया गिरफ्तार है। पीएमसी बैंक को कर्ज में डुबाने वाले 44 बड़े अकाउंटों में 10 खाते HDIL और वाधवान से जुड़े हैं। उन 10 खातों में से एक सारंग वाधवान और दूसरा राकेश वाधवान का निजी खाता है। गुरुवार को इन दोनों को पूछताछ के लिए बुलाया गया था, जांच में सहयोग नहीं करने पर यह गिरफ्तारी हुई है।
पीएमसी बैंक घोटाला में बीजेपी से जुड़े हुए हैं तार : प्रियंका गांधी
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कहा, “आज बीजेपी को वोट देने वाले लोग ही सरकार की सच्चाई बयान कर रहे हैं। पीएमसी बैंक घोटाला बड़े लोगों की कारस्तानी है। इन बड़े लोगों में से कईयों के तार बीजेपी से जुड़े होने की खबर भी आई है। जनता पिस रही है, रो रही है। बीजेपी और बड़े लोगों की सांठगांठ से पैसों का वारा-न्यारा हो चुका है।”
PMC बैंक के ग्राहकों निकाल सकेंगे 10 हजार से ज्यादा...
पीएमसी बैंक की तरफ से ग्राहकों को एक और राहत दी गई है। अब ग्राहक पीएमसी बैंक से 10,000 रुपये से अधिक की निकासी कर सकेंगे। सूत्रों का कहना है कि खाताधारक अपने बैंक खाते से 10,000 रुपये से अधिक की रकम निकाल सकते हैं। इसके लिए पीएमसी बैंक (PMC Bank) की हार्डशिप कमेटी को अर्जी देना जरूरी होगा। सूत्रों के अनुसार 10 हजार रुपये से ज्यादा की रकम गंभीर बीमारी, शादी, बहुत जरूरी खर्चों आदि की स्थिति में निकाल सकेंगे। बता दें, पिछले दिनों कई ऐसे मामले सामने आए कि खाताधारकों के परिवार के सदस्य किसी गंभीर बीमारी से ग्रस्त थे या उनके घर में शादी थी। लेकिन वे ऐसी स्थिति में भी खाते से अपना पैसा नहीं निकाल पा रहे थे।
सूत्रों का कहना है कि बैंक की हार्डशिप कमेटी आरबीआई से मंजूरी लेकर ग्राहक को ज्यादा रकम दे सकती है। पिछले दिनों पीएमसी बैंक की धोखाधड़ी सामने आने के बाद आरबीआई की तरफ से खाता से निकासी की रकम 10,000 रुपये तय की गई थी। आरबीआई के इस कदम के बाद बैंक के हजारों ग्राहक काफी परेशान थे।
इससे पहले आरबीआई (RBI) ने 24 सिंतबंर को जारी किए आदेश में पीएमसी बैंक पर छह महीने के लिए रोक लगा दी थी। उस समय रिजर्व बैंक ने पीएमसी बैंक के खाताधारकों के लिये निकासी की सीमा 1,000 रुपये तय की थी। इसके अलावा इस अवधि में बैंक द्वारा नया कर्ज देने पर भी रोक लगाई गई थी।