न्यूयॉर्क : मोदी ने निवेशकों को दिया न्यौता, कहा- आपकी तकनीक और हमारा कौशल दुनिया बदल सकता है

Sep 25 2019

न्यूयॉर्क : मोदी ने निवेशकों को दिया न्यौता, कहा- आपकी तकनीक और हमारा कौशल दुनिया बदल सकता है

इंडिया इमोशंस न्यूज न्यूयॉर्क. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को न्यूयॉर्क में आयोजित ग्लोबल बिजनेस फोरम 2019 को संबोधित किया। उन्होंने कहा, ‘‘भारत सरकार बड़े और कड़े फैसले लेने में पीछे नहीं है। आपकी तकनीक और हमारा कौशल दुनिया बदल सकता है। हमने कार्पोरेट टैक्स घटाने का फैसला लिया। हमारे लोग लगातार गरीबी को हरा रहे हैं। उनकी खरीदने की क्षमता बढ़ रही है। वे लगातार अर्थव्यस्था के पायदान पर ऊपर चढ़ रहे हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हमारा मिडिल क्लास एक बहुत बड़ा वर्ग है, जो आशाओं से भरा है। उनका नजरिया वैश्विक है। अगर आप स्टार्टअप में निवेश करना चाहते हैं तो भारत में आएं। हमारी आधारभूत संरचना बढ़ रही है। मेट्रो, सड़क, रेल, एयरपोर्ट में भारी संभावनाएं हैं। अगर आप निवेश करना चाहते हैं तो भारत आएं।’’

100 लाख करोड़ रुपए आधुनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर पर खर्च होंगे

मोदी ने कहा- हमने अपने रक्षा क्षेत्र को खोला है, ऐसा पहले कभी नहीं किया है। अगर आप भारत में और भारत के लिए बनाना चाहते हैं तो यहां पर आएं। भारत में इन्फ्रास्ट्रक्चर के विकास पर जितना हमारी सरकार निवेश कर रही है, उतना पहले कभी नहीं किया। हम आने वाले वर्षों में 100 लाख करोड़ रुपए आधुनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर पर खर्च करने जा रहे हैं।

भारत का लक्ष्य 5 ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी बनना

मोदी ने बताया- सोशल इन्फ्रास्ट्रक्चर पर भी खर्च किया जाएगा। भारत ने एक बड़ा लक्ष्य रखा है। देश को 5 ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी बनाना है। हम सरकार में आए तो देश की इकोनॉमी करीब 2 ट्रिलियन डॉलर के आसपास थी। बीते 5 वर्षों में हमने इसमें एक ट्रिलियन डॉलर जोड़ दिए। इस बड़े टारगेट को अचीव करने के लिए हमारे पास क्षमता है, साहस है और परिस्थितियां भी हमारे साथ हैं।

अब गर्मागर्म और तीखे तेवर में खबरें देना जरूरी हो गया

मोदी ने कहा- हमारे देश में एक घटना हुई थी। कंधार में एक हवाई जहाज किडनैप हुआ था। उस समय नया-नया इलेक्ट्रॉनिक मीडिया था और टीवी था। उन्होंने नागरिकों की बुरी स्थिति को इस तरह दिखाया कि आतंकवादियों का हौसला बढ़ गया। इसके बाद टीवी वालों ने खुद मीटिंग की और ये आत्मनिरीक्षण किया कि हमने क्या गलतियां कीं। अब कॉम्पिटीशन बढ़ गया है, अब गर्मागर्म खबरें और तीखे तेवर में खबरें देना जरूरी हो गया है।

सोशल मीडिया लोकतंत्र का बहुत ताकतवर स्तंभ

मोदी के मुताबिक, सोशल मीडिया लोकतंत्र का बहुत ताकतवर स्तंभ है। लेकिन, दुर्भाग्य से इसका निगेटिव इस्तेमाल हो रहा है। कुछ मीडिया हाउस ने फेक न्यूज को उजागर करने का काम शुरू किया है। इससे स्थिति सुधरेगी। अब फॉरवर्ड करने का फैशन है, इसे लेकर कोई सॉल्यूशन लाना होगा। मैं खुद सोशल मीडिया पर बहुत एक्टिव हूं और मुझे इसके फायदे मिले हैं।

उन्होंने बताया कि सुदूर गांव में मुझे कोई घटना सोशल मीडिया से पता लगती है तो एक्शन करवाता हूं। गुड गवर्नेंस के लिए जो सूचना नीचे से आनी चाहिए,उसके लिए सोशल मीडिया बहुत बड़ी ताकत है। सूचना के लिए सोशल मीडिया बहुत अच्छा टूल है।

देश में पॉलिटिकल स्टेबिलिटी कई दशकों के बाद आई

मोदी ने कहा- आज भारत की ग्रोथ के चार अहम फैक्टर हैं, जो एक साथ दुनिया में मिलने वाली शायद अपने आप में रेयरेस्ट कॉम्बिनेशन हैं। डेमोक्रेसी, डेमोग्राफी, डिमांड और डिसाइसिवनेस। पहले फैक्टर की बात करूं तो ऐसी पॉलिटिकल स्टेबिलिटी कई दशकों के बाद आई है। इन हालात में निवेश की सुरक्षा और उसके विकास का भरोसा अपने आप मिलता है।

भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा एविएशन मार्केट बना

प्रधानमंत्री ने कहा- जैसे-जैसे भारत की खरीदने की क्षमता बढ़ रही है, वैसे ही डिमांड भी बढ़ रही है। भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा एविएशन मार्केट बन चुका है। आज जो बात भारत को विशेष बनाती है, वह निर्णय लेने की क्षमता है। बीते 5 साल में पूरे भारत के लिए एकीकृत और पारदर्शी व्यवस्थाएं बनाने पर ध्यान दिया गया। टैक्स का जाल था पहले और अब जीएसटी के रूप में केवल एक टैक्स की व्यवस्था कर दी गई है।

370 मिलियन लोगों को बैकिंग से पहली बार जोड़ा गया

मोदी ने कहा- आईटीआर और ट्रेडिंग को आसान बनाने के लिए भी हमने काम किया। इन्सॉल्वेंसी और बैंकरप्सी कोड बनाया। बहुत कम समय में 370 मिलियन लोगों को बैकिंग से पहली बार जोड़ा गया। भारत के करीब-करीब हर नागरिक के पास यूनिक आईडी और मोबाइल फोन व बैंक अकाउंट है। इससे टारगेटेड डिलिवरी में तेजी आई, लीकेज बंद हुआ और ट्रांसपेरेंसी बढ़ी है।

ग्राउंड लेवल पर जाकर व्यवस्थाओं में सुधार किया गया

मोदी ने कहा- हमने ग्राउंड लेवल पर जाकर व्यवस्थाओं में सुधार किया है, नियमों को आसान बनाया है। पहले बिजली कनेक्शन लेने के लिए उद्योगों को कई साल लग जाते थे, अब कुछ दिनों के भीतर कनेक्शन मिलने लगा है। कंपनी रजिस्ट्रेशन के लिए कई हफ्ते लगते थे और अब कुछ ही हफ्तों में ये काम होता है।

निवेशकों का भरोसा बढ़ा है और वह भारत में आ रहा

बीते 5 साल में क्या बदलाव आया है, उसका उदाहरण है कि 286 बिलियन एफडीआई 5 साल में हुआ है। पिछले 20 साल में हुए विदेशी निवेश का यह 50% है। अमेरिका ने जितना बीते दशकों में निवेश भारत में किया, उसका 50% पिछले 5 साल में हुआ है। एक और दिलचस्प बात यह है कि 90% विदेशी निवेश ऑटोमैटिक रूट से हुआ है। निवेशकों का भरोसा बढ़ा है और वह भारत में आ रहा है।

आपकी तकनीक और हमारा टैलेंट दुनिया को बदल सकता है

ब्लूमबर्ग की अपनी रिपोर्ट भी भारत में आ रहे बदलाव की गवाह है। एक सर्वे में भारत को निवेश के लिहाज से पहला नंबर दिया गया है। पॉलिटिकल, करंसी, हाईक्वालिटी प्रोडक्ट, स्ट्रैटजिक लोकेशन, ट्रांस्पेरेंसी जैसे 7 इंडीकेटर में भारत नंबर वन पर रहा है। आपकी आशाएं और हमारे सपने पूरी तरह मिलते हैं। आपकी तकनीक और हमारा टैलेंट दुनिया को बदल सकता है।

पृथ्वी हमारी माता है, हमें उसका शोषण करने का अधिकार नहीं

क्लाइमेट चेंज पर मोदी ने कहा- हम इस विषय पर प्रतिबद्ध है। भारत की जो लाइफ स्टाइल है, वह दुनिया के लिए बहुत बड़ा । हम सिद्धांत को मानने वाले लोग हैं और पृथ्वी हमारी माता है। हमें उसका शोषण करने का अधिकार नहीं है। भारत मूलत: उस चिंतन से जुड़ा है, यहां नीड का स्थान है.. पर ग्रीड का स्थान नहीं है। मानवीय व्यवहार को हमें प्रकृति के साथ जोड़कर चलने की आदत बनानी पड़ेगी।

450 गीगावाट का लक्ष्य अब अपने लिए तय किया

मोदी ने कहा- हम समय से आगे चल रहे हैं, हमने 120 गीगावाट रिन्युएबल एनर्जी का काम पूरा कर लिया है। मैंने 450 गीगावाट का लक्ष्य अब अपने लिए तय किया है। इसे करने के लिए हमने कई कदम उठाए हैं। हमारी कोशिश है कि इसके लिए जो आवश्यक संभावनाएं हैं, उसे बल दिया जाए। एक चुनौती न्यूक्लियर एनर्जी है। हमें फ्यूल की जो सुविधा रहनी चाहिए, वह नहीं रहती है।

सिंगल यूज प्लास्टिक को प्रतिबंधित करने के लिए अभियान चलाया

अगर यह हो जाए तो हम दुनिया के लिए आदर्श की तरह काम करेंगे। क्लाइमेट चेंज के साथ एक और विषय है पानी। हमने जल-जीवन मिशन शुरू किया है। हम ये चाहते हैं कि आवश्यकता के अनुसार हमारी नदियों को पुनर्जीवित करें, इस पर बल दे रहे हैं। सिंगल यूज प्लास्टिक को प्रतिबंधित किया है और इसके लिए अभियान चलाया है। यह 2 अक्टूबर को गांधी जी की जयंती के मौके पर बहुत बड़ा अभियान चलाया जाएगा।