अगर ये योजना कामयाब हो गई तो दिल्ली में पानी का संकट दूर...

Jul 11 2019

अगर ये योजना कामयाब हो गई तो दिल्ली में पानी का संकट दूर...
Delhi Government ने वर्षा जल संचयन के लिए एक नई योजना तैयार की

indiaemotions news network, नई दिल्ली: Delhi Government ने वर्षा जल संचयन के लिए एक नई योजना तैयार की है. फैसला किया है वो दिल्ली के पल्ला से लेकर वज़ीराबाद तक यमुना नदी के आसपास की ज़मीन में गड्ढे खोदकर पानी जमा करेगी. बारिश का जो पानी आएगा वह गड्ढों में जमा हो जाएगा. इससे दो फायदे होंगे पहला तो यह कि जमा हुआ पानी रिस कर जमीन के भीतर जाएगा जिससे कि ज़मीन के नीचे जलस्तर बढ़ेगा, दूसरा गड्ढों में जमा पानी को साफ करके दिल्ली सरकार राजधानी के लोगों उपलब्ध कराएगी.

दिल्ली सरकार ने पायलट प्रोजेक्ट के तहत फैसला किया है की पल्ला गांव से लेकर वजीराबाद तक के 20 किलोमीटर के यमुना की आसपास की ज़मीन किराए पर लेकर उसमे 2 मीटर के गड्ढे किये जायेंगे. जब यमुना में बरसात का पानी चढ़ेगा तो यह गड्ढे पानी से भर जायेंगे और एक तरह के तालाब में परिवर्तित हो जाएंगे. तालाब का पानी पहले रिसकर जमीन में जाएगा जिससे अंडरग्राउंड वाटर लेवल बढ़ेगा. इसके अलावा जो पानी ऊपर रह जाएगा उसमें साफ करके दिल्लीवासियों के उपयोग के लिए उपलब्ध कराया जाएगा.

 


इस प्रोजेक्ट के लिए दिल्ली सरकार ने किसानों से ज़मीन लेने की योजना बनाई जिसको कैबिनेट की मंज़ूरी भी मिल गई हैं. तय किया गया है कि किसानों को ज़मीन किराए पर देने के बदले 77,000 रुपये एकड़ के हिसाब से भुगतान किया जाएगा. जमीन तय करने की प्रक्रिया भी जल्द शुरू हो जाएगी.

 

दिल्ली में रोजाना 1100 एमजीडी पानी की मांग होती है जबकि दिल्ली जल बोर्ड 909 एमजीडी की पानी पूर्ति कर पाता है. दिल्ली को हर साल मानसून में बारिश से 580 MCM पानी मिलता है पर जल संचयन के साधन न होने के कारण 580 MCM में 280 MCM पानी ख़राब हो जाता है. दिल्ली सरकार को उम्मीद है कि अगर ये योजना कामयाब हो गई तो दिल्ली में पानी का संकट काफ़ी हद तक दूर हो सकता है.